फर्रुखाबाद: अगले ६ माह तक फर्जी राशन कार्ड के सहारे भ्रष्टाचार करने वाले कोटेदार और उनसे हिस्सा वसूलने वाले सरकारी अफसरों के लिए खुशखबरी हो सकती है| प्रदेश शासन में वर्ष 2005 में बनाये गए राशन कार्ड के वैधता तिथि 31 दिसम्बर या नवीन राशन कार्ड बनने की तिथि में जो भी पहले हो तक मान्य कर दिए है| जनपद में लगभग 20 से 30 प्रतिशत के बीच फर्जी राशन कार्ड है जिनके इस्तेमाल कोटेदार फर्जीवाड़े में करते है| दर्जनों शिकायते डीएम से लेकर कमिश्नर तक देने के बाबजूद न तो ये राशन कार्ड निरस्त किये गए और न ही इनका राशन बंद किया गया| हाँ शिकायत के एवज में जाँच और जाँच के एवज में बचाने का मुआवजा जरुर वसूला जाता रहा| जिला पूर्ती विभाग से सम्बन्धित लगभग एक सैकड़ा शिकायते और सूचना के अधिकार के प्रार्थना पत्र जिला प्रशासन के अभिलेखागार की शोभा बढ़ा रहे है|
तो खास खबर ये है कि पुराने जीर्ण शीर्ण पड़ चुके पैबंद से लहूलुहान सफ़ेद पीले और लाल राशन कार्ड को एक बार फिर वेंटिलेटर से ऑक्सीजन दे दी गयी है| इस आशय का आदेश प्रदेश सरकार द्वारा 22 जुलाई 13 को जारी कर दिया गया है|
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नवीन राशन कार्ड के सर्वे फार्म पर दस्खत करने से घबरा रहे है मास्टर
अगली ताज़ी खबर ये है कि जिला पूर्ती अधिकारी ने नगर क्षेत्र फर्रुखाबाद के राशन कार्ड सर्वे की बैठक अध्यापको के साथ की है| खबर है कि अधिकांश अध्यापको ने लिखापढ़ी में सर्वे का कार्य 90 प्रतिशत पूरा होने का दावा भी कर दिया है| मगर फार्म अभी जमा नहीं किये है| साथ ही ये भी कहा है कि चूँकि सर्वे के काम में प्रशिक्षण नहीं दिया गया कि सर्वे फार्म के पीछे वाला हिस्सा कैसे भरा जाए जिसके बाद अध्यापको को अपने दस्खत से ये तस्दीक करना है कि उनका किया हुआ सर्वे मान्य है| लिहाजा अभी अधिकांश सर्वे फार्म पर अध्यापको ने दस्खत नहीं किये है| अगर कोई मामला गड़बड़ पकड़ा गया तो गर्दन तो मास्टर की नापेगी| और सर्वे का काम तो कोटेदार ने किया है लिहाजा विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि सब कुछ सही है| जो निकट भविष्य में इस काम के निपटने और नए राशन कार्ड की उम्मीद नहीं लग रही है| काम गति से चल रहा है| डीएम की अगली आंकड़ो में काम 90 प्रतिशत पूरा हुआ दिखाई पड़ेगा मगर फार्म जमा नहीं दिखाई नहीं पड़ने वाले|