भाभी से अवैध सम्बंधों के विरोध पर सगे भाई बहन ट्रेन के नीचे लेटे

Uncategorized

कमालगंज (फर्रुखाबाद): कमालगंज थाना क्षेत्र के ग्राम गिहार बस्ती के निकट मंगलवार को सगे भाई बहन ट्रेन के नीचे लेट गये। पूरी ट्रेन उनके ऊपर से निकलने के बाद भी उनका बाल बांका नहीं बिगड़ा। पुलिस ने भाई को हिरासत में ले लिया। 10वीं की छात्रा बहन को उसकी बड़ी बहन किरन के साथ भेज दिया। पूरा मामला भाई के बड़ी भाभी से अवैध सम्बंधों को लेकर बताया जा रहा है। नई जिंदगी पाया युवक अभी भी भाभी के साथ ही जीने की जिद पर अड़ा है।

rahul -[bannergarden id=”11″]

घटना सुबह लगभग साढ़े 10 बजे की है, इलाहाबाद पैसेंजर फर्रुखाबाद से कमालगंज की तरफ जा रही थी तभी गिहार बस्ती के निकट महमदपुर अचला निवासी 25 वर्षीय राहुल पुत्र मलखान अपनी छोटी बहन कक्षा 10 की छात्रा अंजू को साथ में ले जाकर ट्रेन के सामने लेट गया। बीचो बीच पटरी पर लेटे भाई बहन के ऊपर से पूरी ट्रेन निकल गयी लेकिन उनका कोई बाल बांका नहीं हुआ। दोनो को सही सलामत बाहर निकाला गया तो आत्महत्या का कारण सामने आया।

राहुल पुत्र मलखान दिल्ली में कार्य करता है। राहुल के अपनी सगी भाभी ममता से अवैध सम्बंध काफी दिनों से चले आ रहे थे। बीते दिनों राहुल अपने घर आया हुआ था। भाभी से सम्बंध कुछ कदर प्रगाण हो गये कि राहुल ने अपने बड़े भाई राजू की पत्नी ममता के साथ जीने का ही मन बना लिया। लेकिन यह बात किसी को गवारा नहीं हुई। इधर राहुल के माता पिता की भी वर्षों पूर्व मौत हो चुकी है।

[bannergarden id=”8″]

राहुल ने महरूपुर रावी के निकट आकर छोटी बहन अंजू पुत्री मलखान जोकि आर पी कालेज कमालगंज की कक्षा 10 की छात्रा है के साथ ट्रेन से कटने की योजना बना डाली। विदित हो कि महमदपुर निवासी युवक आशीष ने बीते दिनों ही गोली मारकर आत्महत्या की थी। जिसको लेकर छात्रा अंजू से लोग आये दिन ताने मारते हैं कि तेरी बजह से आशीष ने आत्महत्या की थी।

मां बाप के लाड़ प्यार से महरूम एवं प्रेम कहानियों में असफल भाई बहन को जब कुछ नहीं सूझा तो दोनों ने साथ मरने की योजना बनायी। लेकिन कहावत चरितार्थ दिखी कि-जाको राखे सांइयां मार सके ना कोय। बाल न बांका कर सके चाहे जग बैरी होय।

फिलहाल छात्रा अंजू को उसकी बड़ी बहन किरन को सौंप दिया गया। वहीं राहुल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लेकिन पुलिस हिरासत में भी राहुल भाभी के साथ ही जीने की बात पर अड़ा है। जिसके लिए वह कुछ भी कर गुजरने को आमादा है।