पटना: आर्थिक अपराध इकाई [इओयू] की ओर से दर्ज आय के स्रोत से अधिक संपत्ति [डीए केस] के 29 मामलों में अब तक का सबसे बड़ा मामला शुक्रवार को उजागर हुआ। भागलपुर जिले की एडीएम जयश्री ठाकुर के पास 19.02 करोड़ की चल-अचल संपत्ति मिली है। उनके खिलाफ दर्ज मामले के आधार पर इओयू ने एडीएम के पटना, भागलपुर, गोड्डा व बांका के पांच अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। शुक्रवार को ही मुजफ्फरपुर में पटना से पहुंची आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने भवन निर्माण विभाग के अभियंता शिवनंदन साह के आवास व कार्यालय समेत चार ठिकानों पर छापेमारी की। टीम को नकदी, जेवरात, जमीन और शेयर आदि में निवेश के कागजात समेत कुल डेढ़ करोड़ से अधिक की चल और अचल संपत्ति का पता चला।
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भागलपुर की एडीएम के खिलाफ कार्रवाई के दौरान इओयू छापामारी दस्ते को अलग-अलग बैंक खातों में लगभग 15.46 करोड़ रुपये मिले। इसमें एडीएम के नाम पर चलाने वाले गैरसरकारी संगठन [एनजीओ] के खाते में 7.32 करोड़ की राशि भी शामिल है। इसके अलावा 22.44 एकड़ जमीन के दस्तावेज भी एडीएम के विभिन्न ठिकानों से बरामद किए गए। इनके नाम पर भागलपुर व पटना में तीन फ्लैट भी मिले हैं। चौंकाने वाली बात तो यह है कि महिला एडीएम के पास अचल संपत्ति करीब 2.44 करोड़ की है, जबकि इनकी चल संपत्ति का आकलन 16.58 करोड़ रुपये का किया गया है। इस संबंध में एडीजी, मुख्यालय रविंद्र कुमार ने कहा कि एडीएम जयश्री ठाकुर पिछले माह तक एडीएम बांका जिले में बतौर भू-अर्जन पदाधिकारी के पद पर थीं। इसी कार्यकाल के दौरान उन्होंने संपत्ति बनाई है।