कायमगंज (फर्रूखाबाद) : तत्कालीन कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक कोतवाली एसएसआई एसके चन्देल के समय हुईं चैन स्नेचिंग की सनसनी खेज घटनाओं पर पड़े रहे पर्दे को उठाकर नवागंतुक प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद मुस्लिम खां ने एक कदम बढ़ाकर फरार चल रहे अभियुक्त को गिरफ्तार कर बेची गईं चैनों के खरीददार सर्राफा दूकानदार का भी पता लगाया।
कायमगंज कोतवाल मो. मुस्लिम खां के चार्ज लेने से पहले इस कोतवाली का चार्ज एसएसआई एसके चन्देल के पास था। उस समय पूरे क्षेत्र में लूट जैसी जघन्य बारदातों की झड़ी सी लग गई थी। कई घटनाओं में कस्बा के मोहल्ला गंगदरवाजा निवासी अनीता गुप्ता पत्नी सुनील गुप्ता तथा सम्भ्रान्त तम्बाकू व्यवसायी वीरेन्द्र अग्रवाल की पत्नी ममता अग्रवाल की चैन बाइकर्स लुटेरों ने बेखौफ होकर दिन केउजाले में लूट ली थी। पुलिस अधिकारियों तथा व्यापारियों का दबाव पडऩे पर एसएसआई ने क्षेत्र के गांव जौंरा वाली बगिया से अर्जुन व मदनलाल उर्फ मुन्नू वाल्मीक,रामवीर तथा राममोहन नाम के चार लोगों की गिरफ्तारी दिखाकर इनके पास से अन्य चीजों के अलावा बीस हजार एक सौ पचास रूपया नकदी बरामद होना दर्शाया था। उस समय नामों का खुलासा न करते हुए यह भी कहा गया था कि दो अभियुक्त पकड़ से बाहर हैं। चारों अभियुक्तों ने इंचार्ज दरोगा को उसी समय लूटी गई चैनों को कहां बेचा बता दिया था। किन्तु न जाने क्यों इस मामले पर तत्कालीन कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक एसके चन्देल पर्दा डाले रहे।
इसी बीच औरेया से आये कोतवाल श्रीखां ने कोतवाली का चार्ज सम्भाला और लगातार हो रहीं ताबड़तोड़ घटनाओं को रोकने तथा अपराध करने वालों का पता लगाने का प्रयास किया। आज उन्होंने कोतवाली के समीप बसे गांव उलियापुर की नटबस्ती निवासी संजय उर्फ छंगा पुत्र इंदल नट को गिरफ्तार कर लिया। जिसमें लूटी गई चैनों की बिक्री के बारे में बताया कि अनीता गुप्ता की चैन बारह हजार रूपये में तथा ममता अग्रवाल वाली चैन नौ हजार रूपये में बेची गई। यह पूछे जाने पर कि यह चैनें किसकी हाथ बेची। तो छंगा ने बताया कि दोनों चैनों की बिक्री नगर के सर्राफ शिवशंकर लाल वर्मा की दूकान पर उनके पुत्र आनन्द,राजेश और राजीव को बेची गईं। पुलिस गिरफ्त में आये अभियुक्त का कहना है कि ममता अग्रवाल की चैन उसने लूटी नहीं जबकि बिक्री के समय वह अपने साथियों के साथ दूकान पर गया जरूर था। अपने हिस्से में आयी लूट की रकम देा हजार रूपये मिलना भी उनरे बेबाकी के साथ कबूल किये।
कायमगंज के चैन स्नेचिंग मामले में पकड़े गये पांचवें अभियुक्त संजय उर्फ छंगा नट के अनुसार अनीता गुप्ता वाली चैन का वजन लगभग दो तोला और ममता अग्रवाल वाली चैन का वजन लगभग साढ़े तीन तोला था। जो उसके साथियों ने कायमगंज केही सर्राफ के यहां बारह हजार व नौ हजार रूपये में बेच दी। कम वजन वाली चैन ज्यादा कीमत की और ज्यादा वजन वाली कम कीमत की बेची गई। वैसे बाजारू मूल्य के मुताबिक लूट का यह सोना कम से कम लगभग डेढ़ लाख रूपये के करीब कीमत का था। जिसे दूकानदार ने मात्र 21 हजार में खरीदते समय क्या यह नहीं समझा होगा कि आखिर इतना सस्ता सोना यह लोग क्यों बेच रहे हैं। इस बात से यह स्पष्टï होता है कि खरीददार ने पूरी हकीकत समझकर ही इस माल को खरीदा होगा। लेकिन तत्कालीन कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक एसके चन्देल ने इस बात पर आखिर वह कौन से कारण थे जिनकी वजह से लगातार पर्दा डालने का प्रयास किया?
पकड़े गये शातिर लुटेरे संजय उर्फ छंगा नट द्वारा किये गये खुलासे की जानकारी देते हुए प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि इसमें नबाबगंज से लूटी गई पल्सर बाइक में शामिल होना स्वीकार्य करते हुए अपने हिस्से में बिक्री का एक हजार रूपया मिलना भी बताया है। साथ ही उसने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने एक चैन मध्यप्रदेश ग्वालियर से भी लूटी और उसे विजय नगर में बेचा। अभियुक्त की गिरफ्तारी पुलिस केअनुसार कायमगंज के बस स्टैन्ड से रात्रि को दस बजे बतायी गई। जामा तलाशी के दौरान उसके पास से तीन सौ पन्द्रह बोर का एक तमंचा तथा दो जिन्दा कारतूस बरामद होना भी बताया जा रहा है। गिरफ्तारी के समय अभियुक्त पैशन बाइक संख्या यूपी 78 बीयू 5820 से जाते समय दबोचा गया।