वर्चस्व को लेकर जखा जेल में हुआ विवाद, आरोपी किशोर बंदियों पर एफआईआर की तैयारी

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FARRUKHABAD : कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के जखा स्थित बाल सुधार गृह में बीती रात हुए विवाद ने जेल कर्मचारियों के लिए नया सिरदर्द पैदा कर दिया है। अक्सर किशोर बंदियों के द्वारा आपस में मारपीट हो जाने की घटनायें जखा जेल में अब आम सी हो गयीं हैं। अधिकारी भी अब मामले को रफा दफा करने में जुट जाते हैं। बीती रात ही पकौड़े खाने के विवाद में किशोर बंदी मोहित पुत्र कल्लू बाथम को कुछ दबंग किशोर बंदियों ने बुरी तरह से पीटकर घायल कर दिया था। मामले की सूचना अधिकारियों को दी गयी थी। जेल प्रशासन आरोपी कैदियों पर एफआईआर कराने की तैयारी में है।

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शहर से बिलकुल दूर शुनशान इलाके में बनायी गयी जखा जेल अपने मानकों पर बिलकुल ही खरी नहीं उतर रही है। सुरक्षा व्यवस्था के नाम से मात्र 6 होमगार्ड ही जेल में तैनात हैं जो सुरक्षा के लिहाज से बौने साबित हो रहे हैं। जिसका नतीजा एक बार फिर जखा बाल संपे्रक्षण गृह के अधिकारियों को भुगतना पड़ा। बीती रात हत्या के मामले में बंद किशोर बंदी मोहित पुत्र कल्लू बाथम निवासी पडिन दरबाजा कोतवाली शहर औरैया को उस समय दबंग कैदी भीमा, अजय, अनश, हिमांशू, सुरजीत व छोटेलला ने धुन दिया जब उसने उक्त आरोपियों को पकौड़ी खाने से मना कर दिया।

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करछुली से मोहित पर हमला करने से उसके हाथ की उंगली कट गयी। जिससे वह व उसके साथी किशोर बंदी रवी व मोहित गंभीर रूप से घायल हो गये थे। सूचना मिलने पर तहसीलदार सदर राजेन्द्र चैधरी व फतेहगढ़ कोतवाल जितेन्द्र सिंह परिहार मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने रात में ही मोहित का तकरीबन 10.15 बजे मेडिकल परीक्षण भी कराया। प्रातः रविवार तकरीबन साढ़े 11 बजे केयर टेकर राम जी वर्मा उसे उपचार हेतु पुनः लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसका उपचार किया गया। फिलहाल बाल सम्पेक्षण गृह में तनाव का माहौल बना हुआ है।जेल प्रशासन के अन्य आला अधिकारी मामले के सम्बंधा में अग्रिम कार्यवाही करने पर विचार विमर्श कर रहे हैं।

इस सम्बंध में जखा जेल अधीक्षक कमलेश कुमार ने बताया कि आरोपी किशोर बंदियों द्वारा इस तरह की हरकत करना आम बात हो गयी है। उच्चाधिकारियों से विचार विमर्श कर आरोपी कैदियों के खिलाफ एफआईआर करायी जा सकती है।

पहले भी जखा जेल में हो चुकी घटनाओं पर एक नजर-

जखा जेल में सुरक्षा व्यवस्था की कमी का फायदा पहले भी कई बार किशोर बंदी उठा चुके हैं।
तारीख 30 जनवरी 2012 – 7 किशोर बंदी बैरक के जंगलों को काट कर फरार हो गये थे।
तारीख 4 जुलाई 2012 – किशोर बंदी विक्की, जितेन्द्र आदि ने शहर क्षेत्र के मोहल्ला कछियाना निनवासी 17 वर्षीय बंदी अनुज पुत्र दिनेश पर नेकर उतार कर लाने से मना करने पर ब्लेड से काट डाला था।
तारीख 20 अप्रैल 2013 – वर्चस्व को लेकर कैदियों ने सागर पुत्र रामसेवक को मारपीट कर घायल कर दिया था और जेल अधीक्षक ने मामले को सामान्य बताकर कोई कार्यवाही नहीं की।

पुलिस पर भी हमला किया था किशोर बंदियों ने

फर्रूखाबादः जखा किशोर जेल मे हुए विवाद कि सूचना पर पहुंचे पुलिस कर्मियो पर भी दवंग किशोर बंदियों ने हमला कर दिया था, जिससे पुलिस सकते मे आ गयी थी। जैसे तैसे पुलिस ने काबू पाया और आला अधिकारियो को मामले कि सूचना दी।
अचानक किशोर बन्दियों  मे मारपीट शुरू हुई तो सुधार ग्रह के अधिकारी सकते मे आ गये और आनन फानन मे मामले कि सुचना पुलिस को दी गयी। सूचना पर पहुंचे याकूतगंज चौकी इंचार्ज चरन सिंह यादव मौके पर पहुचे और उपद्रव कर रहे आरोपी किशोर भीमा, अजय,हिमांशु, सुरजीत, छोटेलला को समझाने का प्रयास किया। पुलिस को आया देख किशोर बन्दी भडक गये और चैकी इंचार्ज पर कांच के गिलास से हमला बोल दिया, जिससे चौकी इंचार्ज बाल बाल बच गये। उच्चाधिकारियो के पहुंचने पर मामले पर काबू पाया गया।