लखनऊ : मतदाताओं की सहूलियत के लिए 600 तकनीकी कर्मियों की नियुक्ति होगी। यह कवायद मतदाताओं की लगातार मिल रही शिकायत को दूर करने के लिहाज से शुरू की गई है। शासन ने आउटसोर्सिग से सिस्टम एडिमिनिस्ट्रेटर, प्रोग्रामर, असिस्टेंट प्रोग्रामर, स्टैटिस्टिकल ऑफिसर और डाटा इंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति के आदेश दिए हैं। ये सभी कर्मी मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय तक तैनात किए जाएंगे। वर्तमान में तकनीकी कर्मियों की कमी के कारण जिला निर्वाचन कार्यालय से लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय तक को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भारत निर्वाचन आयोग से तकनीकी कर्मियों की सेवा उपलब्ध कराए जाने मांग की थी। इसी आधार पर भारत निर्वाचन आयोग ने कुछ शर्तो के साथ सिन्हा के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है।
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मंजूरी मिलने के बाद शासन ने सूबे के सभी जिला निर्वाचन कार्यालय और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय में एक-एक डाटा इंट्री ऑपरेटर, जिला निर्वाचन कार्यालय एक-एक असिस्टेंट प्रोग्रामर, मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में एक सिस्टम एडिमिनिस्ट्रेटर या सीनियर प्रोग्रामर, चार प्रोग्रामर, एक स्टैटिस्टिकल ऑफिसर और पांच डाटा इंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति के आदेश दिए हैं। शासन के विशेष सचिव आलोक कुमार तिवारी ने इन कर्मियों की सेवा पहले चरण में एक साल के लिए और न्यूनतम पारिश्रमिक भुगतान पर रखने के आदेश दिए हैं।