FARRUKHABAD : कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के मोहल्ला ग्राटगंज में तेज बारिश में बह रहे नाले के किनारे दो मकान ढहकर नाले में शमा गये। मकान में रह रहे लोग दीवार ढहने से बाल बाल बच गये।
मोहल्ला ग्राटगंज में प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आ रही है। ग्राटगंज में निकाला गया मुख्य नाला कच्चा छोड़ दिया गया। जिससे नाले के किनारे बने लगभग एक दर्जन मकान इसकी चपेट में आने की आशंका जतायी जा रही है। मंगलवार को सुबह से ही हुई तेज बारिश में नाले के पानी का बहाव बढ़ गया। तेज नाले के बहाव में आदेश कुमार अग्निहोत्री पुत्र रामप्रकाश का मकान ढह कर नाले में शमा गया। नल के पास बैठी उनकी मां सरोजनी देवी नाले में ही गिर गयी। जैसे तैसे उन्हें बाहर निकाला जा सका।
वहीं नाले के किनारे ही लक्ष्मण सिंह पुत्र मुन्शीलाल के मकान की दीवार नाले में ही शमा गयी। दीवार ढहते ही मकान में रह रहे लोग निकल कर भाग खड़े हुए। जैसे तैसे लोगों ने अपनी जान बचा पायी। नाले के किनारे स्थित अन्य मकान मालिक भी भयभीत बने हुए हैं। नागरिकों का आरोप है कि यह सब प्रशासन की लापरवाही है कि नाले को कच्चा व खुला छोड़ दिया गया है। जिससे उनके पक्के मकान भरभरा कर नाले में शमा रहे हैं।
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