FARRUKHABAD : जनपद में जल्द ही आधार कार्ड (यूआईडी) योजना के साथ ही स्मार्ट कार्ड बनाने की भी योजना चलायी जायेगी। जिसमें फिंगर प्रिंट के अलावा बैंक खातों का भी विवरण आन लाइन रहेगा। जिससे किसी भी फर्जीबाड़े के समय आसानी से व्यक्ति को खंगाला जा सकेगा। यूआईडी नंबर मशीन में डालते ही शख्स की पूरी जानकारी मिल जाती है। ऐसे में अलग से स्मार्ट कार्ड की कोई जरूरत नहीं है। आईटी मिनिस्ट्री के अनुसार यूआईडी नंबर से पहचान साबित करने का तरीका ज्यादा आधुनिक है, जबकि स्मार्ट कार्ड जैसी तकनीक अब पुरानी होती जा रही है। लेकिन सवाल ये है कि जिसके पास यूआईडी है उसे आखिर स्मार्ट कार्ड की जरूरत ही क्यों है। ऐसे समय में जब सरकार आधार नंबर के आधार पर डायरेक्ट कैश सब्सिडी जैसी महत्वाकांक्षी योजना लागू करना चाहती है, तो स्मार्ट कार्ड को लेकार लोगों के बीच भारी असमंजस फैलाने वाला है।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
सीडीओ डा0 एससी श्रीवास्तव ने बताया कि 3 जुलाई से स्मार्ट कार्ड बनाने की योजना जनपद में शुरू कर दी जायेगी। शहर में 5 वर्ष से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को स्मार्ट कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा। इस स्मार्ट कार्ड में फिंगर प्रिंट, व आंख की पुतली के रंग के अलावा बैंक एकांट नम्बर भी रहेगा।
स्मार्ट कार्ड भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड के द्वारा घर घर जाकर बनाये जायेंगे। घर घर फार्म वितरित करने के बाद लोगों को भरा हुआ फार्म जमा करने के लिए व फिंगर प्रिंट देने के लिए बायोमैट्रिक केन्द्र पर जाना होगा। जहां पर फिंगर प्रिंट लेने के बाद लोगों के घरों पर ही स्मार्ट कार्ड उपलब्ध कराये जायेंगे। शहर में सभी लोगों के स्मार्ट कार्ड बनाने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह योजना चलाकर स्मार्ट कार्ड बनाये जायेंगे। सोमवार को टाउनहाल पर हुए शिक्षा मित्रों के प्रशिक्षण के दौरान नेटलिंक कंपनी के प्रशिक्षकों ने बताया कि पहला चरण 3 जुलाई से फर्रुखाबाद व कमालगंज में प्रारंभ होगा।
उन्होंने बताया कि जिन लोगों के नाम वर्ष 2011 में हुई जनगणना में सम्मिलित हैं, उनको वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड, बिजली का बिल, गैस कनेक्शन की किताब या बैंक पास बुक में से कोई एक पहचान का प्रमाण अपने साथ लाना होगा।