FARRUKHABAD : बहुजन समाज पार्टी अब दलित कार्ड की जगह ब्राह्मण खेलने में जुट गयी है। पार्टी अपने सुप्रीमो मायावती को दिल्ली की कुर्सी पर बैठाने की उधेड़ बुन में लगी हुई है। राजनीति में अपनी एक अहम भूमिका अदा करने वाले ब्राह्मणों पर इस समय सुप्रीमो मायावती कुछ खास ही मेहरवान दिखायी पड़ रही हैं। 7 जुलाई को लखनऊ में बसपा ब्राह्मण भाईचारा सम्मेलन का आयोजन कर रही है। जिसमें ब्राह्मणों को रिझाने का हर मंत्र फूंका जायेगा। जनपद से बसपा के लोकसभा प्रत्याशी ठाकुर जयवीर सिंह के द्वारा नेकपुर स्थित गैलेक्सी बैंकेट हाल में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें ठाकुर जयवीर सिंह ने अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं को ब्राह्मण सम्मेलन में पहुंचने का आह्वान किया।
बैठक में पहुंचे मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री भीमराव अम्बेडकर ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का जनाधार बढ़ रहा है। लेकिन कांग्रेस, सपा व भाजपा ने एक दूसरे को वोट ट्रांसफर करके बसपा की सरकार नहीं बनने दी। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में जनता इसका जबाब स्वयं देगी। संगठन जनपद स्तर से लेकर विधानसभा तक इस रैली को सफल बनाने में जुट जाये। 1 विधानसभा क्षेत्र से 3 बसों की व्यवस्था की गयी है। जिसमें दो बसों में ब्राह्मण समाज के लोग जायेंगे और बची हुई एक बस में विधानसभा क्षेत्र के अन्य पदाधिकारी जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 403 विधानसभा क्षेत्र हैं। जिनमें तकरीबन 1209 बसें रैली में पहुंचेंगी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बसपा सुप्रीमो मायावती पहुंचेंगी और विशिष्ट अतिथि के रूप में सतीश मिश्रा ब्राह्मणों पर ब्रह्मफांस डालने का काम करेंगे। उन्होंने बसपा के बढ़ते जनाधार का इजहार करते हुए कहा कि 2007 के चुनाव से 2012 के चुनाव में पार्टी को 40 प्रतिशत अधिक वोट मिले हैं। जो पार्टी की लोकप्रियता का प्रमाण है। लोकसभा प्रत्याशी मंत्री जयवीर सिंह ने कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि रैली में जाते समय अगर किसी को कोई समस्या आती है तो वह सीधे उनसे सम्पर्क कर सकता है। इस दौरान पूर्व मंत्री राधेश्याम कटियार आदि ने अपने विचार रखे। बैठक में राजीव चतुर्वेदी, पूर्व जिलाध्यक्ष रामानंद प्रजापति के अलावा यूनुस अंसारी, जवाहर सिंह गंगवार, पूर्व विधानसभा क्षेत्र अमृतपुर प्रत्याशी महावीर सिंह राजपूत के अलावा देवेश तिवारी, जंगाली लाल बाथम आदि मौजूद रहे।