FARRUKHABAD : बीते 26 जून को शहर के क्राकरी व्यापारी सुबोध अग्रवाल के पुत्र शिवम अग्रवाल ने उफनाती गंगा में कूदकर जान दे दी थी। घटना के पीछे क्या बजह है इसका खुलासा चार दिन बाद भी नहीं हो पाया। परिजन काल डिटेल के माध्यम से आत्महत्या की बजह तलाशने में जुटे हुए हैं।
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शिवम अग्रवाल 26 जून की दोपहर घटियाघाट पुल पर अपनी चप्पलों के साथ-साथ एक पर्चा भी छोड़ गया था। जिस पर उसका नाम व पता अंकित था। पुल से अचानक गंगा में कूदे युवक की जानकारी होने पर घटियाघाट पुलिस मौके पर पहुंची थी। लेकिन उफनती गंगा में उसका कहीं पता नहीं चला। सूचना पर उसके पिता सुबोध अग्रवाल अन्य परिजनों के साथ मौके पर पहुंचे थे और चप्पलों से उसकी पहचान अपने पुत्र शिवम के रूप में की थी। घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक न ही पुलिस और न परिजनों के उसके आत्महत्या करने के पीछे का राज मालूम हो पाया है।
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इस सम्बंध में बीते दो दिन पहले गंगा में डूबे शिवम के पिता सुबोध अग्रवाल पुलिस अधीक्षक से भी मिले थे और उनसे अपने पुत्र सुबोध के फोन की काल डिटेल निकलवाने की बात कही थी। लेकिन पुलिस अभी भी मामले को ठंडे बस्ते में डाले हुए है। इधर शिवम की बरामदगी भी नहीं की जा सकी है। जिससे उनके परिवार में काफी गमगीन माहौल बना हुआ है। शिवम के पिता सुबोध ने जेएनआई को फोन पर बताया कि उसके मोबाइल से ऐसे अंदाज लगाना मुस्किल है। क्योंकि घटना के बाद से कई फोन उसके मोबाइल पर आये थे। वह न्याय के लिए खाकी की तरफ टकटकी लगाये बैठे हैं।