FARRUKHABAD : जहां एक ओर प्रदेश व केन्द्र सरकार शिक्षा के उन्नयन के लिए एडी चोटी का जोर लगाये हुए है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को बजीफा, ड्रेस के अलावा खाना भी फ्री किये हुए है। लेकिन जनपद के अधिकारी स्कूल प्रबंधकों के साथ मिलकर सरकारी खजाने में डाका डालने में जुटे हुए हैं। जनपद के कमालगंज विकासखण्ड के अल्पसंख्यक ग्रामीणों ने तीन वर्ष से बजीफा न देने की शिकायत जिलाधिकारी से की है।
विदित हो कि जनपद में फर्जी छात्र संख्या दिखाकर छात्रवृत्ति का लाखों रुपया घोटने का पुराना रिकार्ड रहा है। लेकिन शासन द्वारा छात्रवृत्ति का पैसा छात्रों के खातों में भेजने की योजना से उनके अरमानों पर पानी फिर गया। जिससे कमालगंज के अधिकांश अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्ति उनके खातों में नहीं भेजी गयी। छात्र, छात्रायें बैंकों व स्कूल प्रबंधकों के यहां चक्कर काट काट कर थक गये। छात्रों के अभिभावकों ने मंगलवार को जिलाधिकारी पवन कुमार को पत्र सौंपकर शिकायत की।
ग्रामीणों ने कहा है कि उनके बच्चों को बीते 3 वर्षों से छात्रवृत्ति नहीं दी गयी। जब वह लोग अध्यापक से इस बारे में पूछते हैं तो कहते है कि बैंक खातों में मिलेगी। लेकिन आज तक बैंक खातों में धनराशि नहीं भेजी गयी। जबकि स्कूलों में दोबारा एडमीशन शुरू हो चुके है। बजीफा दिया गया तो उनके बच्चे इस बार शिक्षा से महरूम रहेंगे।
मांग करने वालों में मोहम्मद आजम हुसैन सिद्दीेकी, राशिद नेतन, गुड्डू उर्फ शखावत, शारुख अहमद, सादाव हुसैन, शाहिद खान, कासिम हुसैन, आफताब हुसैन आदि मौजूद रहे।
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