लखनऊ: प्रदेश सरकार की समाजवादी एम्बुलेंस सेवा पूर्व सैनिकों को इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों के स्थान पर सेना के चिकित्सालयों में भर्ती कराएगी। सेना और स्वास्थ्य विभाग के बीच सैद्धांतिक सहमति हो गयी है। एनआरएचएम (राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन) और यूपी सरकार के धन से चलने वाली समाजवादी एम्बुलेंस (108 नम्बर डॉयल करने पर उपलब्ध) सेवा मरीजों को बिना किसी शुल्क के नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराती है। रेफर किये जाने पर मरीज को उच्च सुविधा वाले चिकित्सालय तक भी ले जाती है। कुछ दिन पहले मध्य कमान के सैन्य अधिकारियों ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रवीर कुमार को प्रार्थना पत्र देकर कहा था कि इलाज की जरूरत महसूस होने पर पूर्व सैनिकों को प्रदेश के सरकारी चिकित्सालयों में भर्ती कराने के स्थान पर सेना के अस्पतालों में भर्ती कराया जाए। स्वास्थ्य विभाग ने सेना के इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया है।
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सूत्रों का कहना है कि तय हुआ है कि जिन शहरों में सेना के चिकित्सालय हैं, वहां के पूर्व सैनिक को इलाज के लिए सैन्य चिकित्सालयों में भर्ती कराने की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। जहां सेना के चिकित्सालय नहीं हैं, वहां के पूर्व सैनिक को प्रदेश के चिकित्सालयों में भर्ती कराने के लिए एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध करायी जाएगी। प्रमुख सचिव प्रवीर कुमार ने बताया कि सेना अधिकारियों के प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार किया गया है। इस संबंध में जल्दी ही अनुबंध किया जाएगा।