फर्रुखाबाद: जनपद में कानून व्यवस्था कैसे सुधरेगी जब सरकार के कर्मचारी ही आये दिन खुलेआम गुंडई करेंगे| एक महीने में उद्दंड होते लेखपालो के तीन शर्मनाक मामले सामने आ चुके है| बीते दिनों एक लेखपाल शराब के नशे में धुत्त सरेबाजार तमंचा लहराता कोतवाली में पकड़ कर पंहुचा, लेखपालो और राजस्व के अधिकारिओ ने पुलिस पर दबाब बनाकर छुटा लिया| उसके बाद एक शिक्षा अधिकारी के घर पर लेखपाल द्वारा पथराव के आरोप के बाद गुरूवार देर रात एक दरोगा को नशे में धुत्त होकर सरेआम बेइज्जत लेखपाल से होना पड़ा| तीनो घटनाएँ किसी आम आदमी ने नहीं सरकार के सबसे चहेते लेखपालो ने की| पहले मामलों में तो समझौते से काम चल गया मगर अबकी बार पंगा पुलिस से हुआ| लिहाजा पहले तो लेखपाल साहब की सड़क पर ही खातिर की गयी उसके बाद खबर लिखे जाने तक मेडिकल कराकर हिरासत में कोतवाली के सुपुर्द कर दिया गया|
मामला नगर में तैनात लेखपाल श्याम बाबु श्रीवास्तव का है| श्याम बाबू भी कई अन्य लेखपालो की तरह साइड बिज़नस के तौर पर कई गाड़ियाँ भी किराये पर चलवाते है| परिजनों और अन्य नामो से बनायीं गाड़ियाँ ज्यादातर एम्बुलेंस है| लोहिया अस्पताल के पास मरीजो की तलाश में अपने ड्राईवर के साथ श्यामबाबू नियमित रूप से अपनी शाम भी रंगीन करते है| एक होटल पर खा पीकर जब नशे का आनंद ले रहे थे उसी समय आवास विकास के चौकी इंचार्ज इन्द्रपाल सिंह गस्त पर निकले तो देखा कि लोहिया अस्पताल के पास सडको पर बेतरतीव से एम्बुलेंस का जमावड़ा लगा था| दरोगा ने ड्राईवर बदन सिंह को एम्बुलेंस सड़क से हटाने के लिए कहा तो वो अकड़ गया और अपने मालिक लेखपाल श्यामबाबू को बुला लिया| लेखपाल को दरोगा की बात इतनी बुरी लग गयी कि उसमे सरेआम दरोगा की जमकर क्लास लगा दी और माँ बहन की गलियों की बौछार कर दी| प्रत्यक्ष दर्शियो ने बताया कि भद्दी भद्दी गलियां देते हुए लेखपाल ने दरोगा को ताना मारा- “अभी कुछ दिन पहले कोतवाली में लेखपालो का हंगामा भूल गए क्या”? ज्ञात हो कुछ दिन पहले नशेडी लेखपाल प्रभात सक्सेना बाजार में तमंचा लहराते और हंगामा करते पकड़ा गया था जिसे उसी रात लेखपालो ने कोतवाली में ही पुलिस वालो की ऐसी तैसी कर अपना लेखपाल छुटा लिटा था| आज का हंगामा भी पुलिस की उसी कमजोरी का नतीजा था|
लेखपाल और उसका ड्राईवर दोनों को नशे में देख चौकी इंचार्ज ने वायरलेस पर उच्च अधिकारिओ को सूचित किया| पुलिस को सूचना मिलते ही अगले 5 मिनट में ही कई दर्जन पुलिस वाले सीओ सिटी और इंस्पेक्टर के साथ आ धमके| इनके साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी थी| फिर क्या था पहले तो लेखपाल की पुलिसिया अंदाज में जमकर सेवा की गयी उसके बाद दोनों का मेडिकल परीक्षण कराया गया| लोहिया अस्पताल में मेडिकल करने वाले डॉक्टर धर्मेन्द्र सिंह ने शराब की पुष्ठी की|
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इसके बाद दोनों को कोतवाली फर्रुखाबाद में ले जाया गया| शहर कोतवाल रूम सिंह यादव ने बताया कि अरोपियो पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी| खबर लिखे जाने तक दोनों से पूछताछ जारी है| कुछ लेखपाल तहसील में आय जाति और निवास प्रमाण पत्रों में जनता को लूटकर जमकर उपरी माल पैदा करते है जिसके बाद इनके अन्दर का शेर जाग जाता है| श्यामबाबू को छुटाने के लिए लेखपालो का कोतवाली में पहुचना शुरू हो गया है| लेखपाल ने दरोगा पर मुफ्त वाहन न देने पर बदसलूकी का आरोप लगाया है|