आनर किलिंग: एफआईआर खारिज होने के बाद आरोपियों ने खटखटाया अदालत का दरबाजा

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FARRUKHABAD : बीते 1 जून की रात में मौसेरे भाई बहन की आनर किलिंग के मामले में पुलिस द्वारा लड़की पक्ष से करायी गयी एफआईआर एक्सपंज कर दिये जाने के बाद आरोपियों ने अदालत का दरबाजा खटखटाया है। लड़की रजनी की भाभी संध्या पत्नी प्रवीन कुमार निवासी नगला नैन ने भी अदालत का दरबाजा खटखटाते हुए लड़के के परिजनों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की गुहार लगायी है।

संध्या द्वारा अदालत में दर्ज कराये मुकदमें में कहा गया है कि बीते 1 जून की रात में उसकी पुत्री रजनी घर पर आयी हुई थी व घर के नीचे कमरे में सोई हुई थी तभी रात लगभग पौने 12 बजे शोर शराबा सुनकर नीचे आये तो देखा कि गली में राजेश्वरी पत्नी सुरेशचन्द्र, अन्जू पत्नी अखिलेश, वंदना पत्नी सुनील व अखिलेश व सुनील पुत्रगण सुरेशचन्द्र अपने छोटे भाई दुर्गेश को पकड़े ले जा रहे थे। कमरे में अंदर रजनी की लाश पड़ी हुई थी।

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इस पर मैने ऊपर से और लोगों को बुलाया व सारी बात बतायी इसके बाद ससुर व मैं घटना की सूचना कोतवाली फतेहगढ़ देने पहुंचे तो वहां पर पुलिस ने सादा कागज पर तहरीर लिखवायी और एक लाइनदार कागज पर भी हस्ताक्षर करवा लिये। जिसके बाद पुलिस ने ससुर द्वारा दी गयी तहरीर दर्ज नहीं की और लाइनदार कागज पर फर्जी तहरीर लिखवा ली। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया। वहीं दूसरे पक्ष से पुलिस ने मिलकर एक मुकदमा दर्ज कर लिया।

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संध्या ने आरोप लगाया कि पुलिस ने दूसरे पक्ष से मिलकर उसके ही परिजनों को झूठा फांस दिया। इस सन्दर्भ में उसने 18 जून को डाक द्वारा एसपी को भी पत्र भेजा लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। संध्या ने आरोपियों पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाने की अपील की है।

विदित है कि नगर के फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के नगला नैन मोहल्ले में 1 जून की रात प्रेमी युगल की लाश नवविवाहिता के कमरे से बरामद हुई थी| पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के अनुसार प्रेमी युगल दुर्गेश व रजनी की गला दबाकर हत्या की गयी थी| हत्या से पूर्व दोनों की बेहरहमी से पिटाई की गयी| प्रेमी युवक दुर्गेश के पूरे शरीर पर आधा दर्जन चोटों के निशान मिले है, तथा अंडकोष भी क्षतिग्रस्त पाए गए है| दुर्गेश की टांग व हाथ में फ्रैक्चर निकला है। घटना के संबंध में मृतक सुधीर उर्फ़ दुर्गेश के भाई ने मृतक युवती रजनी के पिता मेवाराम, मौसी सुधा, मेवाराम के पुत्र प्रवीण, नवीन, पुत्री रेनू और दामाद शिवकुमार उर्फ़ नंदू सहित 6 लोगो को नामजद करते हुए कोतवाली फतेहगढ़ में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था, वहीँ दूसरी ओर रजनी के पिता मेवाराम श्रीवास्तव ने मृतक प्रेमी युवक दुर्गेश पर लूटपाट के इरादे से घर में घुस कर बेटी रजनी की हत्या करने का आरोप लगाया था| पुलिस ने मेवा राम की ओर से लिखाये गये मुकदमे को एक्‍सपंज कर दिया था।