FARRUKHABAD : अधिकारियों की लापरवाही और कामचोरी पर जनता ने अब जगह जगह अपने काम को करवाने के लिए नित नये नये तरीके निकाल लिए हैं। जिसमें से एक तरीका पोलियो की वैक्सीन अपने बच्चों को पिलाने का बहिष्कार है। पिछले रविवार को गंदगी को लेकर याकूतगंज में पोलियो वैक्सीन पिलाने का विरोध कर स्वास्थ्य कर्मचारियों को बंधक बना लिया गया था। जिसके बाद अधिकारियों ने पहुंचकर मामले को रफादफा कराया तो वहीं गुरुवार को शहर क्षेत्र के बिर्राबाग में नागरिकों ने जलभराव से परेशान होकर वैक्सीन पिलाने गये कर्मचारियों की किट छीन ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो को हिरासत में ले लिया।
कादरीगेट के पुराने बिर्राबाग में पोलियो टीम संख्या 57 बच्चों को वैक्सीन पिलाने के लिए पहुंची। टीम ने एनपीडब्लू मनीश शुक्ला, आशा राधिका, कर्मचारी शीला वर्मा शामिल थे। जैसे ही कर्मचारी मोहल्ले में पहुंचे तो लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। विवाद बढ़ने पर नागरिकों ने वैक्सीन किट छीन ली और पोलियो ड्राप पिलाने से साफ इंकार कर दिया। नागरिकों ने आरोप लगाया कि उनके मोहल्ले की ट्यूववेल वाली गली में अत्यधिक जलभराव है। शिकायत करने के बावजूद भी कोई अधिकारी इस पर कार्यवाही नहीं कर रहा है। पोलियो ड्राप के विरोध की सूचना कर्मचारियों ने विभागीय उच्चाधिकारियों को दी। सूचना पर डा0 मनीश त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और नागरिकों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हुए। मामले की सूचना नगर मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राकेश कुमार को दी गयी। सूचना के बाद कादरीगेट चौकी इंचार्ज गयाप्रसाद श्रीवास मौके पर पहुंचे और भीड़ लगाये नागरिकों को खदेड़ दिया। पुलिस ने रामलखन के घर से वैक्सीन किट बरामद कर ली। वैक्सीन किट छीनने के आरोप में पुलिस ने मोहल्ले के आशीष पुत्र परमेश्वर, आदेश पुत्र महेश को हिरासत में ले लिया।
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