FARRUKHABAD : निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों के वितरण के सम्बंध में जिलाधिकारी पवन कुमार ने बैठक आयोजित की। बैठक के दौरान बीएसए द्वारा किताबें ढुलाई के नाम पर खुली फर्जी बाड़े की पोल के बाद जिलाधिकारी ने बीएसए की जमकर क्लास लगा दी और कहा कि किताबों की ढुलाई मात्र बीआरसी तक होती है तो भुगतान भी वहीं का होना चाहिए।
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विदित हो कि हर वर्ष जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों के वितरण के लिए मंगायी गयीं किताबें बीआरसी तक पहुंचा दी जाती हैं। जिसके बाद स्कूलों से शिक्षक खुद ही उन किताबों को अपने किराये से लेकर जाते हैं। जबकि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा किताबों की ढुलाई का भुगतान स्कूल तक का किया जाता रहा है। यह बात जब बैठक के दौरान जिलाधिकारी के संज्ञान में आयी तो उन्होंने लताड़ लगाते हुए कहा कि जब किताबों की ढुलाई मात्र बीआरसी केन्द्र तक होती है तो बीआरसी केन्द्र तक का ही भुगतान किया जाना चाहिए।
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इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि ढुलाई के लिए मनमाने तौर पर किये जाने वाले किराये के भुगतान हेतु आरटीओ या पंचायत से सत्यापित होना चाहिए। इसके बाद ही भुगतान किया जाना चाहिए। जिससे काफी हद तक किताबें ढुलाई के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े पर रोक लगाकर विभागीय पैसे की बचत की जा सकती है। बैठक के दौरान जनपद के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।