विधायक पत्नी, पति और ‘वो’ के चक्कर में खूब मचा हंगामा

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Laxmi Gautam MLAमुरादाबाद: प्रेम संबंधों को लेकर चंदौसी की सपा विधायक लक्ष्मी गौतम व उनके पति आमने-सामने आ गए। महानगर की टीडीआइ सिटी कालोनी में दोनों ने एक दूसरे पर आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। पति का कहना है कि विधायक यहां प्रेमी के साथ रह रही हैं। कालोनी के ई ब्लाक के फ्लैट में बुधवार देर शाम सपा विधायक लक्ष्मी गौतम के पति दिलीप वाष्र्णेय कुछ लोगों के साथ पहुंचे। फ्लैट में चंदौसी के मुकुल अग्रवाल को देखकर वह भड़क गए, उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया।

दिलीप का कहना था कि लक्ष्मी गौतम उनकी पत्नी हैं, जबकि वह यहां प्रेमी मुकुल अग्रवाल के साथ रह रही हैं। देखते ही देखते कालोनी के अन्य लोग भी वहां जमा हो गए। भीड़ देखकर विधायक भी भड़क गईं, उन्होंने मुकुल अग्रवाल को पार्टी कार्यकर्ता बताते हुए प्रेमी होने से इंकार किया।

उनका कहना था दिलीप वाष्र्णेय से उनकी शादी नहीं हुई है। लिव इन रिलेशनशिप से दोनों साथ-साथ रहते थे और दोनों के दो बच्चे भी हैं। अब दिलीप से उनके कोई संबंध नहीं हैं। उनका कहना था कि दिलीप वाष्र्णेय उनको बदनाम करने की धमकी देकर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांग रहे थे।

सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने दिलीप वाष्र्णेय को हिरासत में ले लिया। देर रात तक कालोनी में हंगामा होता रहा। इसी दौरान मुकुल अग्रवाल गायब हो गए। विधायक ने किसी तरह की कानूनी कार्रवाई करने से इंकार किया है।

प्यार इकरार और फिर तकरार

चंदौसी की सपा विधायक लक्ष्मी गौतम के ‘वैवाहिक जीवन’ की दास्तां रोमांच से भरपूर है। स्कूल से शुरू हुआ दोनों का सफर सत्ता की चकाचौंध में खत्म होता नजर आ रहा है। जिस सफर को विधायक लिव इन रिलेशनशिप बता रहीं हैं, उसमें दर्जनों जगह पति की जगह दिलीप का नाम दर्ज है और दोनों के संबंधों से ही दो बच्चे भी हैं।

बदायूं जिले के फैजगंज बेहटा स्थित प्राइमरी स्कूल में अध्यापक दिलीप वाष्र्णेय के साथ ही वर्ष 2005 में लक्ष्मी गौतम भी शिक्षा मित्र थीं। दोनों के बीच वहीं संबंध हो गए और दोनों चंदौसी में बिना शादी के ही साथ-साथ पति-पत्नी की तरह रहने लगे। लक्ष्मी गौतम अनुसूचित जाति की हैं, जबकि दिलीप वैश्य हैं। विधानसभा चुनाव में आरक्षित सीट चंदौसी से लक्ष्मी गौतम अपने पिता की जाति के आधार पर ही नामांकन कराने में सफल रहीं। दलित व वैश्य वोट के आधार पर वह जीत भी गईं।

अघोषित ‘दांपत्य जीवन’ के बीच दोनों के दो बच्चे भी पैदा हुए, साथ ही लक्ष्मी गौतम ने भी पति के नाम की जगह कई अभिलेखों में दिलीप वाष्र्णेय का नाम लिखा। विधायक बनने तक सब ठीक चला, लेकिन सत्ता की चकाचौंध में खोने के बाद दोनों के बीच संबंधों में खटास आ गई। अब यह खटास सड़कों पर उतरने की स्थिति में है।

बुधवार को टीडीआइ सिटी में लक्ष्मी गौतम और दिलीप के बीच जो कुछ हुआ उससे तो मुहल्ले वालों को भी यही लगा। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स भी काफी देर तक रही जिसके कारण मजमा लगा रहा। विधायक को लेकर आसपास में कई तरह की चर्चाएं होती रहीं। देर रात तक पॉश कालोनी में लोगों का जमावड़ा लगा रहा।

विधायक के संबंध कानूनी रूप से अपराध

वरिष्ठ अधिवक्ता वीरेंद्र शर्मा का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2011 में लिव इन रिलेशनशिप को डी बालीसामी के केस में परिभाषित किया था। इसमें कानूनी जामा पहनाने को शर्ते लगाई गईं थीं। सुप्रीम कोर्ट की शर्तो के मुताबिक अविवाहित युवक-युवती आपस में बिना किसी संबंध बनाए रहेंगे, उसे लिव इन रिलेशनशिप कहा जा सकता है। यदि वह शादी शुदा जोड़े के रूप में रहेंगे तो उसे लिव इन रिलेशनशिप नहीं कहेंगे यह एडल्ट्री क्राइम है। चंदौसी की सपा विधायक लक्ष्मी गौतम ने भी ऐसा ही अपराध किया है। उनके व दिलीप वाष्र्णेय के दो बच्चे हैं।