लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की स्टूडेंट्स को लैपटॉप बांटने की महत्वाकांक्षी योजना पर लखीमपुर के अफसरों ने पानी फेर दिया। दरअसल लखीमपुर में छात्रों को लैपटॉप बांटने का कार्यक्रम था। लेकिन मंगलवार को हुई बारिश के चलते तहसील भवन में रखे गए सैकड़ों लैपटॉप पानी में भीग गए। जाहिर है ऐसे इलेक्ट्रॉनिक सामान के पानी में जाने से उसका खराब होना तय है। वहीं अब प्रशासन तहसील परिसर की तालेबंदी कर अपनी लापरवाही को छिपाने की कोशिश कर रहा है।
खबर के मुताबिक लैपटॉप वितरण में अभी और देरी हो सकती है क्योंकि अफसरों ने लैपटॉप को स्टोर करने के बाद से चुप्पी साध ली है। वितरण से पहले लैपटॉप की गुणवत्ता जांच की जानी है। बता दें कि इंटर पास और उच्च शिक्षण संस्थाओं में पढ़ रहे स्टूडेंट्स को लैपटॉप दिया जाना है।
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लैपटॉप के लिए लखीमपुर के सभी राजकीय, एडेड और वित्तविहीन डिग्री कॉलेजों से जमा हुए आवेदनों के मुताबिक कुल 13,353 विद्यार्थी हैं, जिन्हें लैपटॉप दिया जाना है, लेकिन जिले को 6038 लैपटॉप मिले हैं। राजकीय और एडेड कॉलेजों के विद्यार्थियों की संख्या भी 6038 है। वित्तविहीन कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए अभी लैपटॉप नहीं आए हैं।
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लखीमपुर में लैपटॉप करीब एक माह पहले पहुंचाए जा चुके हैं। अभी तक वितरण की दिशा में कोई प्रयास शुरू नहीं हुए हैं। विभागीय सूत्र बताते हैं अभी लैपटॉप की गुणवत्ता परखी जाएगी। गुणवत्ता जांचने के लिए संबंधित तहसीलों के एसडीएम, तहसीलदार और प्राचार्य की ड्यूटी लगाई गई है। पांच फीसदी लैपटॉप की रेंडम चेकिंग की जाएगी।