फर्रुखाबाद, संवाददाता : उत्तर प्रदेश में पुलिस को नयापन कराने का एहसास कराया जा रहा है| पहले पुलिस वालो को दबंग कैसा बनना है इसके लिए फिल्मे देखने दिखाने का फरमान हुआ था अब उन्हें अंग्रेजी फिल्मो का एहसास कराया जायेगा| सूचना मिलते ही फर्राटे से घटना स्थल पर पहुचना और रेस्पोंस करना| क्या हो पायेगा, कितना हो पायेगा यू पी की थकेली, बुझेली और उपरी माल कमाने की चैंपियन पुलिस से ये वक़्त ही बताएगा| मगर प्रयास शुरू तो हुआ है| हाँ आज तक यक्जायी व्यवस्था रोकने की कोई सोच नहीं दिखाई दी| जिसे ठाणे के सिपाही से लेकर पुलिस का मुखिया तक जानता है कि कैसे यक्जायी रुपी संगठित अपराध को पुलिस करती है| हालाँकि ये देन अंग्रेजो की थी|
पुलिस अधीक्षक जोगेंद्र कुमार ने शुक्रवार रात मासिक अपराध समीक्षा बैठक में साइबर क्राइम सेल व स्वात “Special Weapons And Tactics” टीम के गठन की जानकारी दी। उन्होंने वाहन चोरी व नकबजनी की घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए फर्रुखाबाद, मोहम्मदाबाद कोतवाल व नवाबगंज थानाध्यक्ष को कड़ी चेतावनी दी।
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पुलिस लाइन सभागार में आयोजित बैठक में पुलिस अधीक्षक ने समस्त थाना प्रभारियों को टाप टेन अपराधियों की धरपकड़ व संगीन वारदातों के खुलासे में रुचि न लेने, गत वर्ष की तुलना में वाहन चोरी, नकबजनी व हत्याओं में वृद्धि पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने जनपद में साइबर क्राइम सेल व स्वेट टीम गठन पर चर्चा करते हुए बताया कि स्वेट टीम का काम प्रदेश भर के अपराधियों का ब्योरा एक ही नेटवर्क से जोड़कर उन पर शिकंजा कसना है। स्वेट टीम में एक उप निरीक्षक, एक मुख्य आरक्षी व आठ आरक्षियों को शामिल किया जाना है। साइबर सेल में परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले पुलिस कर्मियों को ही शामिल किया जाएगा। बैठक में एएसपी ओपी सिंह, समस्त क्षेत्राधिकारी व थानाध्यक्ष मौजूद रहे।[bannergarden id=”11″]
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