सीमा विवाद में लूट के पीड़ित को पुलिस ने बनाया फुटबाल, अपराधियों की मौज

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कायमगंज (फर्रूखाबाद): बाजार से घर वापस जा रहे अधिवक्ता के भाई को बाइक सवार लुटेरों ने घेर कर लूटा। कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक एसके चन्देल ने घटना को कंपिल थाना क्षेत्र का बताकर टरखा दिया। पीड़ित ने वास्तविक घटना के आधार पर रिपोर्ट लिखने और यदि आवश्‍यक हो तो मामले को संबंधित थाने में स्‍थानांतरित करने का आग्रह किया तो आपे से बाहर हुए एसएसआई ने पीड़ितों को कोतवाली से भगाया। कोतवाली कायमगंज क्षेत्र में पन्द्रह दिन के अंदर लुटेरें लूट की कई बारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
Qymथाना व कस्बा कम्पिल के मोहल्ला बारह पत्थर निवासी महेश चन्द्र शाक्य पुत्र रामकृपाल ने बताया कि 31 मई 2013 को कायमगंज से बाजार से समय करीब आठ बजे अपने घर वापस लौट रहे थे। श्रीशाक्य अपनी पल्सर बाइक संख्या यूपी 76 एल 9107 से जैसे ही रायपुर गांव से कुछ ही कदम आगे निकल पाये थे कि पीछे से दो मोटर साइकिल सवार लुटेरों ने ओवरटेक करके उसे रोक लिया। बाइकों पर पीछे बैठे लुटेरों ने तमंचे लगाकर उसे जमीन पर गिरा दिया। और जान से मारने की धमकी देकर तमंचे सटाये रहे। इसी बीच लुटेरों के दूसरे साथी उसकी मारपीट करते रहे। पीड़ित का कहना है कि लुटेरों ने उसकी जेब से बाइस सौ रूपये नकद व पर्स में रखा ड्राइविंग लाइसेन्स तथा मोबाइल जिसका सिम कार्ड नम्बर 9454383569 था लूट लिया, और उसकी पल्सर बाइक भी अपने कब्जे में लेकर वापस कायमगंज की ओर भाग गये। अधिवक्ता के भाई महेश चन्द्र का आरोप है कि वह अपने साथ घटी इस लूट की घटना की रिपोर्ट लिखाने कोतवाली कायमगंज गया। जहां मैंने वास्तविकता से जुड़ी तहरीर देकर रिपोर्ट लिखने का आग्रह किया। तो कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक दरोगा एसके चन्देल ने कहा कि इस तहरीर पर मुकदमा कायम नहीं किया जा सकता। मैं जिस तरह बताऊं वैसी तहरीर दोबारा लिख कर दो। तो जांच के बाद रिपोर्ट लिखी जा सकती है। किन्तु दरोगा की मर्जी के मुताबिक जो तहरीर लिखने का दबाव बनाया जा रहा था। उसमें सत्यता का कहीं जिकर तक नहीं आ रहा था। इसलिए मैंने उसके मुताबिक तहरीर लिखकर देने से मना कर दिया। तो आपे से बाहर होते हुए एसएसआई ने मुझे कोतवाली से भगा दिया। पीडि़त ने लूट की इस घटना की रिपोर्ट न लिखने पर फैक्स के माध्यम से पुलिस अधीक्षक फर्रूखाबाद सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं पुलिस महानिदेशक को सूचित करते हुए घटना की जानकारी पुलिस क्षेत्राधिकारी कायमगंज को भी दी है।
प्रभारी निरीक्षक कायमगंज ने बताया कि मामला कंपिल थाना क्षेत्र का है। इस लिये एफआईआर संबंधित थाने में ही लिखायी जानी चाहिये था। यह बात उनको बता दी गयी थी। विवाद या पीड़ितों को भगाने जैसी कोई बात नहीं थी। वहीं दूसरी ओर थानाध्‍यक्ष कंपिल सुनील तिवारी भी घटना को कायमगंज कोतवाली क्षेत्र की बताकर पल्‍ला झाड़ रहे हैं।
कोतवाली कायमगंज क्षेत्र में पन्द्रह दिन के अंदर लुटेरें लूट की कई बारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
घटना नम्बर 1- 10 मई को कायमगंज के मोहल्ला गंगादरवाजा निवासी सुनील गुप्ता की पत्नी अनीता की सोने की चैन बाइक सवार लुटेरों ने सुबह जब महिला टहलने निकली थी,लूट ली। इस घटना का आज तक खुलासा करना एसएसआई ने उचित नहीं समझा।
घटना नम्बर 2- 16 मई को गांव सैथरा निवासी श्रीकृष्ण की पत्नी रामकान्ती सक्सेना अपने पुत्र शिवसरन के साथ वापस घर लौट रहीं थीं। गांव झब्बूपुर के पास बाइक सवार लुटेरों ने महिला के सोने के कुन्डल दिन के उजाले में बल पूर्वक लूट लिए। जिसकी रिपोर्ट तक दरोगा ने लिखने से इंकार करते हुए ग्रामीण महिला को भयभीत कर थाने से भाग जाने के लिए मजबूर कर दिया।
घटना नम्बर 3- 30 मई को ग्राम मीरपुर निवासी प्रदीप कुमार पुत्र जिलेदार अपनी रिश्तेदारी जनपद मैनपुरी , थाना भोगांव के गांव गढिय़ा से अपने चाची मंजू पत्नी सर्वेश के साथ लौट रहे थे। कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के गांव अल्हादादपुर के सामने अचरा-कायमगंज मार्ग पर बाइक सवार लुटेरों ने तमंचों की नोंक पर दुस्साहसिक ढंग से महिला केसोने के कुन्डल लूटे और मारपीट करने के बाद आराम से फिल्मी स्टाइल में घटनास्थल से चले गये।