लखनऊ| लगता है उत्तर प्रदेश की सपा सरकार को ‘अ’ अक्षर से विशेष लगाव है तभी तो प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ-साथ यूपी के कई ऐसे मंत्री हैं जिनका नाम ‘अ’ अक्षर से शुरू होता है| इसे मात्र संयोग ही कहा जाएगा कि कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ कई ताकतवर मंत्रियों और अधिकारियों के नाम ‘अ’ से शुरू होते हैं। संयोग ही सही सपा सरकार में ‘अ’ अक्षर का बोलबाला तो है|
सबसे पहले बात करते हैं प्रदेश सरकार के कद्दावर और अखिलेश सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले आजम खान की जिनका नाम ‘अ’ अक्षर से शुरू होता है| सपा सरकार में मुख्यमंत्री अखिलेश के बाद आजम सबसे ज्यादा आठ विभाग वाले मंत्री हैं।
अखिलेश सरकार में चिकित्सा, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण विभागों के मंत्री अहमद हसन का नाम भी ‘अ’ से शुरू होता है। इसके बाद बात करते हैं अम्बिका चौधरी की, जिनका नाम भी ‘अ’ अक्षर से ही शुरू होता है|
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इनकी पहुँच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चौधरी एकमात्र ऐसे मंत्री हैं जिन्हें चुनाव हारने के बावजूद मुलायम ने उन्हें मंत्री पद दिया | अगला नंबर आता है कि कृषि जैसे महत्वपूर्ण विभाग के मंत्री आनंद सिंह का। इसके बाद ‘अ’ अक्षर वालों में हैं समाज कल्याण मंत्री अवधेश प्रसाद।
राज्यमंत्रियों में जिन चार को पदोन्नत कर स्वतंत्र प्रभार का मंत्री बनाया गया है, उनमें दो के नाम ‘अ’ से शुरू होते हैं। जिनमे से एक हैं ग्रामीण विकास मंत्री अरविंद सिंह गोप, तो दूसरी हैं महिला कल्याण एवं संस्कृति मंत्री अरुणा कोरी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले राज्यमंत्री (प्रोटोकाल) अभिषेक मिश्रा का भी नाम ‘अ’ से शुरू होता है।
वहीँ, सचिवालय में मुख्यमंत्री अखिलेश ने अपने जिन दो सचिवों की नियुक्ति की है, उनमें एक भारतीय प्रशासिनक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी अनीता सिंह तो दूसरे आलोक कुमार हैं|