फर्रुखाबाद: विगत 25 मई को मुख्यमंत्री के जनपद आगमन पर मंच पर चढ़ने को लेकर जिस प्रकार की धींगा-मुश्ती हुई और फिर जिस प्रकार इसका शिकार हुई उर्मला राजपूत ने मंच पर चढ़ कर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से शिकायतें की थीं, उसके बाद पार्टी जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर की कुर्सी की चूलें हिलने के आसार नजर आने लगे हैं।
विदित है कि विगत 25 मई को मुख्यमंत्री के तौर पर अखिलेश यादव के प्रथम नगर आगमन पर उनके मंच पर चढ़ने को लेकर जिस प्रकार की खींचतान और यहां तक कि धींगा-मुश्ती तक की नौबत आयी उससे स्थानीय सपा नेताओं में से अधिकांश में रोश व्याप्त है। पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत, इज्हार आलम खां और प्रताप सिंह यादव जैसे पुराने और वरिष्ठ सपा नेता मंच की ओर दूर से ही ताकते रह गये वहीं कई ऐसे लोग भी मंच पर पहुचं गये जो कल तक अंटू की सभाओं की शोभा बढाया करते थे। बाद में किसी प्रकार मंच पर चढ़ कर मुख्यमंत्री तक पहुंचने में सफल रहीं उर्मिला राजपूत ने मौका मिलते ही सपा में चल रही गुटबाजी का पुलिंदा खोल कर रख दिया। बाताते हैं कि उर्मिला की शिकायत पर लखनऊ में कुछ सरगर्मी शुरू हो गयी है। बुधवार को अवासविकास स्थित सपा कार्यालय में जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में संपन्न एक गुप्त आपात बैठक ने इन अटकलों को और हवा दे दी है। फिलहाल कोई वरिष्ठ सपा नेता इस संबंध में मुंह खोलने को राजी नहीं है।
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