लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में नये शैक्षिक सत्र में खाकी का बोलबाला होगा। परिषद के संचालित 1.49 लाख स्कूलों में पढ़ने वाले 1.85 करोड़ बच्चे नये सत्र में खाकी रंग की यूनिफॉर्म में नजर आयेंगे। इस बारे में शासन में उच्च स्तर पर सहमति बन गई है।
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परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले लड़के आसमानी रंग की शर्ट और स्लेटी रंग का पैंट पहनते हैं। लड़कियां आसमानी रंग का टॉप और स्लेटी रंग की स्कर्ट पहनती हैं। नीले रंग का नाता बसपा से होने के कारण शासन में उच्च स्तर पर बच्चों के यूनिफॉर्म का रंग बदलने की योजना बनी। शासन की मंशा के अनुरूप विभागीय अमला बच्चों की यूनिफॉर्म का नया रंग चुनने में जुट गया। इस सिलसिले में मंत्रियों और आला अधिकारियों के बीच बैठक भी हो चुकी है। बीच में सुझाव दिया गया था कि यूनिफॉर्म का रंग सफेद कर दिया जाए लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सफेद रंग जल्दी गंदा होगा। सुझाव को खारिज कर दिया गया। यह भी सुझाव आया कि लड़कों की शर्ट सफेद रंग और पैंट खाकी रंग की कर दी जाए। इस सुझाव पर तर्क यह दिया गया कि यह तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यूनिफॉर्म का रंग है। इसको भी दरकिनार कर दिया गया।
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सूत्रों के मुताबिक फिर लड़कों की पैंट व शर्ट और लड़कियों के टॉप व स्कर्ट दोनों का रंग खाकी रखने का सुझाव दिया गया। सूत्रों के मुताबिक यूनिफॉर्म का रंग बदलकर खाकी करने के बारे में शासन में उच्च स्तर पर सहमति बन गई है। इस संबंध में आदेश जारी होना बाकी है। गौरतलब है कि परिषदीय स्कूलों के बच्चों को सरकार की ओर से दो सेट यूनिफॉर्म मुफ्त दी जाती है।