फर्रुखाबाद (प्रदीप यादव टीटू) : शनिवार को संकिसा में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब बौद्ध अनुयायियों द्वारा विवादित स्तू प के नीचे की जा रही अर्चना के दौरन ही सनातनधर्मी उपर चढ़ गये व उन्होंयने वहां से जबरदस्त नारेबाजी के बाद बिसारी देवी की पूजा की। इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही। उल्लेखनीय है कि इस बाद बुद्ध पूर्णिमा से पूर्व होने वाली शांति समिति की बैठक का भी आयोजन नहीं किया गया था।
शनिवार को संकिसा स्थि त स्तूप पर बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बौद्ध अनुयायियों द्वार अर्चना किये जाने के दौरान उस समय सनसनी फैल गयी जब अचानक लगभग एक सैकड़ा सनातन धर्मियों ने स्तूरप पर चढ़कर जबरदस्तक नारे बाजी शुरू कर दी, व इस दौरान वहां पर बिसारी देवी की पूजा भी की। स्थापनीय पुलिस मूक दर्शक बनी देखती रही। कामरेड कर्मवीर शाक्य, ने इसे न्यायिक स्थगनादेश का खुला उल्लंाघन बताते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाये। जबकि सनातनधर्मियों ने स्तूप पर चढ़ने से इनकार किया है।
मुख्य।मंत्री के इस कार्यक्रम के लिये समय देने के बावजूद न आने के विषय पर उन्होंाने कहा कि अखिलेश अभी बच्चे। हैं, किसी ने उनके कान भर दिये होंगे, या हो सकता है कोई काम आ गया हो, इसलिये नहीं आये। यहां आते तो अच्छा लगता और संकिसा के विकास का रास्ता खुलता।
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