FARRUKHABAD : प्रातः तकरीबन साढ़े 6 बजे खुदागंज स्टेशन के ट्रेक नम्बर दो पर 35 वर्षीय नारायण प्रताप पुत्र लालमन का शव मिला था। जीआरपी ने शव का पोस्टमार्टम कराया। जिसमें नारायण प्रताप की मौत सिर में लाठी लगने से अत्यधिक रक्तश्राव होना बतायी गयी है। जहां जीआरपी पूरे घटना क्रम पर मिट्टी डालने का प्रयास सुबह से ही करती दिख रही थी, मौके पर पहुंचे जीआरपी फतेहगढ़ के दरोगा के पी सिंह ने मृतक के तलाशी में एक पहचान पत्र व एक लेटर बरामद किया था। प्रत्यक्षदर्शी सूत्रों की मानें तो उस लैटर में नारायण प्रताप ने अपनी सगी भाभी पर हत्या करा देने का शक जाहिर किया था।
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इस सम्बंध में उसने शहर कोतवाली क्षेत्र के घटियाघाट चौकी इंचार्ज को भी हत्या होने के शक में प्रार्थनापत्र दिया था। लेकिन पुलिस ने कार्यवाही नहीं की। परिणाम स्वरूप नारायण प्रताप की हत्या के रूप में पुलिस की लापरवाही सामने आ गयी। जहां जीआरपी पुलिस किसी प्रकार के लेटर के मिलने से इंकार कर रही है तो वहीं वह लैटर क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। लैटर में मृतक नारायण प्रसाद ने अपनी भाभी किरन के साथ अवैध सम्बंधों की चर्चा भी की है। साथ ही साथ मसेनी निवासी अशोक मिस्त्री के 300 रुपये उधारी को लेकर मारपीट किये जाने की बात लिखकर उसमें मुझे हत्या का भय है शब्द प्रयोग किया था।
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फतेहगढ़ जीआरपी थानाध्यक्ष के अनुसार उन्हें लैटर के सम्बंध में कोई जानकारी नहीं है। जबकि घटना स्थल पर थाने के दरोगा के पी सिंह को लैटर अपने कब्जे में लेते देखा गया है। पुलिस उस लैटर को सार्वजनिक क्यों नहीं कर रही इस बात पर जीआरपी के पास कोई जबाब नहीं। फिलहाल अब उस लैटर से ही नारायण प्रताप की मौत की बजह साफ हो सकती है। उधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नारायण प्रताप की मौत सिर में लाठी से चोट लगने के बाद अत्यधिक रक्तश्राव होना बतायी गयी है। जीआरपी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की जायेगी।