फरारी की फिराक में था, ठगी में धरा गया चिटफंड कंपनी का ब्रांच मैनेजर

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FARRUKHABAD : बीते सात माह से शहर कोतवाली क्षेत्र के रोडवेज बस अड्डे के सामने एसटीएम ग्रुप आप कंपनी के नाम से लोगों के पैसे को कई गुना करने के मामले में पुलिस ने सोमवार शाम शाखा के सीनियर एजेंट को धर दबोचा। पुलिस मामले की पूछताछ कर रही है।dileep

कंपनी के खाता धारक उमेश, संतराम, विजय कुमार, प्रchauki inchargeमोद कुमार, आकाश, सुरेन्द्र ने शहर कोतवाली में तहरीर देकर शिकायत की कि एसटीमए ग्रुप आफ कंपनी के नाम से पैसे ऐंठकर उनके साथ फर्जीवाड़ा हुआ। आरोपी सीनियर एजेंट दिलीप कुमार उनके तकरीबन 10 लाख रुपये हड़पकर फरार होने वाला था। तहरीर मिलते ही पुलिस ने दिलीप कुमार को धर दबोचा और हवालात के अंदर डाल दिया।  दिलीप कुमार पर आरोप है कि उसने 25 अक्टूबर 2012 से कंपनी के डायरेक्टर सुबोध कुमार निवासी सहारा कमर्शियल काम्पलेक्स द्वितीय तल, कुमारपुर जीटी रोड, आशन शोल वर्धमान पश्चिम बंगाल के नेतृत्व में पूरा फर्जीबाड़ा किया।

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पीड़ितों ने बताया कि सीनियर एजेंट दिलीप ने एसटीएम क्रेडिट कंपनी कोआपरेटिंग सिक्योरिटी लिमिटेड के नाम से बैंक यूनिट संचालित कर तकरीबन 108 एजेंट भी बनाये। जिनके माध्यम से 200 खाता धारकों का रुपया हड़प लिया गया। जो धनराशि तकरीबन 10 लाख रुपये है। आरोपी ने कंपनी की जगह जगह दीवारों पर लगी बाल पेन्टिगों को भी काले रंग से पुतवा दिया। आरोपी भागने की फिराक में था तभी भनक लगने पर कंपनी के एजेंटों व खाता धारकों ने उसे दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस इस सम्बंध में आरोपी से पूछताछ कर रही है।
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लोगों के भरोसे को जीतने में माहिर है दिलीप

क्षेत्र के ही नहीं दूसरे जनपदों के भी कई लोगों को प्रलोभन देकर अपनी कंपनी में खाता खोलने के लिए राजी कर लिया था। हरदोई के अम्बरपुर निवासी मनोज कुमार ने बताया कि दिलीप कुमार उसके घर पर खुद चलकर गया था व दो हजार रुपये प्रति माह का खाता खोला जो एक वर्ष तक चलना था। जिसमें जमा पूंजी 24 हजार होती। पूरा पैसा जमा होने के बाद कंपनी 30 हजार रुपये दे रही थी। मनोज ने बताया कि दिलीप के द्वारा कही गयी बातों में वह फंस गया व उसने दो हजार रुपये नगद तत्काल उसे दे दिये। जब उसे कंपनी की ठगी का पता चला तो पैरों के तले जमीन खिसक गयी। फिलहाल पकड़ा गया सीनियर एजेंट दिलीप पूरी तरह से बात को गोलमोल कर रहा है। उसका कहना है कि उसके पास मात्र पांच लाख 92 हजार रुपये जमा हैं।

जिन्हें वह कंपनी द्वारा निर्देशित होने के बाद होटल में लगाने के लिए जा रहा है। उसका कहना है कि कंपनी अपना पैसा होटल इत्यादि में लगाती है उसके द्वारा हुई कमाई से पैसे को वापस करती है।

इस सम्बंध में कादरीगेट चौकी इंचार्ज गयाप्रसाद श्रीवास ने बताया कि मामले के सम्बंध में पूछताछ चल रही है। प्रथम दृष्टया में धोखाधड़ी का मामला शामिल आया है। जांच के बाद कानूनी कार्यवाही की जायेगी।