FARRUKHABAD : सोमवार को विकासभवन सभागार में पेयजल से सम्बंधित बैठक के दौरान ग्राम प्रधानों ने घटिया निर्माण के चलते टपकती टंकियों और टूटी पाइप लाइनों वाली पेयजल परियोजनाओं के ग्राम पंचायतों के हस्तानांतरित किये जाने से साफ इंकार कर दिया। इसके अतिरिक्त इन पेयजल परियोजनाओं के ट्यूबवेल आपरेटरों और विद्युत बिलों के के भुगतान एवं उपभोक्ताओं से पैसा वसूलने की जिम्मेदारी लेने से भी ग्राम प्रधानों ने इंकार कर दिया।
विदित है कि ग्रामीण पेयजल योजना के अन्तर्गत जनपद की लगभग 20 बड़ी ग्राम पंचायतों में पेयजल परियोजनाओं का निर्माण कराया गया था। परन्तु घटिया निर्माण और अमानक सामग्री के उपयोग के चलते इन परियोजनाओं के ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित हो पाने से पूर्व ही अधिकांश पानी की टंकियां टपकने लगी हैं व पाइप लाइनें जगह जगह से लीकेज के कारण फट गयीं हैं। सोमवार को इन परियोजनाओं को ग्राम पंचायतों को हस्तांनांतरित कराये जाने के लिए ग्राम प्रधानों की बैठक विकास भवन सभागार में आहुत की गयी थी।
[bannergarden id=”11″]
बैठक के दौरान ग्राम प्रधानों को नलकूपों का रख रखाव, विद्युत बिलों के भुगतान, टंकी की सफाई और क्लोरीनेशन के अतिरिक्त उपभोक्ताओं से जल जल उपभोग शुल्क वसूलने के विषय में जानकारी दी गयी। परन्तु अधिकांश ग्राम प्रधानों ने घटिया निर्माण व अमानक सामग्री के उपयोग की शिकायतें कीं एवं टपकती टंकियों और टूटी पाइप लाइनों के चार्ज लेने से साफ इंकार कर दिया। ग्राम प्रधानों ने विद्युत बिलों के भुगतान व ट्यूवेल आपरेटर के वेतन की जिम्मेदारी के साथ ही उपभोक्ताओं से शुल्क वसूली की झंझट मोल लेने से भी इंकार कर दिया। इस प्रकार बैठक लगभग बेनतीजा ही समाप्त हो गयी।