पत्नी की आत्महत्या से क्षुब्ध पति ने किया फांसी लगाने का प्रयास

Uncategorized

FARRUKHABAD : शादी के बंधन में बंधने के बाद जब नन्हीं अपने पति के घर हाथों में मेंहदी लगाकर आयी तो दोनो ने न जाने कितने सपने संजोये। लेकिन कुछ ही दिनों बाद यह सपने चकनाचूर हो गये। कारण कोई खास नहीं, मामूली बातों पर विवाद। एक दिन अचानक पत्नी फांसी पर झूल गयी। घटना के दो साल बाद जब पति से नहीं रहा गया तो उसने भी खुद को खत्म कर लेने की ठानी और अमरूद के पेड़ में लटक कर फांसी लगाने का असफल प्रयास किया।

brajraj[bannergarden id=”11″]

घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अमेठी कोहना की है। जहां रहने वाला बेचेलाल का 30 वर्षीय पुत्र बृजराज दूसरों के यहां मजदूरी करता था। शादी के दो साल बाद ही उसकी पत्नी नन्हीं गृह कलह से परेशान होकर फांसी पर झूल गयी। बृजराज पत्नी के सामने ही दारू इत्यादि पीता था। लेकिन जब वह अकेला पड़ गया तो उसने दारू को ही अपनी जिंदगी बना लिया। सुबह से शाम तक दारू के नशे में धुत्त होकर एक दूसरे से झगड़ा करना उसकी आदत हो गयी थी। इधर उसके दो बच्चे 8 वर्षीय पुत्र करन व 3 वर्षीय पुत्री निधि अपनी दादी के पास रहते थे और बृजराज कई कई दिनों तक घर नहीं आता था।

[bannergarden id=”8″]

शुक्रवार दोपहर बाद बृजराज ने अपने दोस्तों के साथ जमकर दारू पी और फिर अपने घर से प्लास्टिक की रस्सी लेकर थोड़ी दूरी पर स्थित अमरूद के बाग में पहुंच गया और अमरूद की डाल में फंदा डालकर फांसी पर झूलने का प्रयास किया। जैसे ही बृजराज ने फंासी का फंदा लगाकर अपने आपको खत्म करना चाहा, अचानक गले की रस्सी खुल गयी। जिससे वह तड़प कर जमीन पर गिर गया। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे और गंभीर अवस्था में बृजराज को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया।