हंगामेदार प्रदर्शन, साप्रदायिकता की दुहाई और नैतिकता की ऐसी तैसी कर देने वाले देश के माननीय सांसद पर सजा नहीं हो सकती| उन्हें विशेषाधिकार जो मिला है| संसद में रेखा क्यूँ है? इस पर अलग अलग मत हो सकते है मगर घूरने और ताड़ने में अलग अलग मत नहीं होते| अब किसने कितने मिनट घोर? अंदाज लगाइए| घूरने वाला कानून के मुताबिक कितनो के खिलाफ रेखा को घूरने की सजा हो सकती है| देखिये और प्रतिक्रिया लिखिए- संसद में रेखा, जिसे किस किस ने देखा-
.. एक चीज़ ध्यान देने लायक है सबके मुँह खुले हुये ख़ुशी से रेखा जी को देखकर बस एक को छोड़ कर उनका नाम नहीं मालूम | भारतीय सांसदों के बीच पारस्परिक एका देखिए। अब किसी को न पार्टी लाइन की चिंता है, न सीबीआई के दुरुपयोग पर बहस की, न खाद्य सुरक्षा बिल की और न कर्नाटक के रिजल्ट की।
फेसबुक पर- Prashant Pathak सर कमाल की फोटो है इनमे कम से कम पाच तो है ही जो आईपीसी में जोड़ी गयी धारा 354 D के आरोपी है जिसमें किसी महिला को घूरने पर कम से कम एक साल और ज्यादा से ज्यादा तीन साल की सजा है लेकिन शायद गुजरे ज़माने की अभिनेत्री ने इन नेत्रों को माफ़ किया है
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