FARRUKHABAD : शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला आवास विकास स्थित एक मान्टेसरी स्कूल से अचानक एक मासूम छात्रा रहस्यमय ढंग से गायब हो गयी। मामले की सूचना पुलिस को दी गयी। सूचना के बाद भी पुलिस की लापरवाही सामने आयी। वहीं स्कूल प्रशासन की भी लापरवाही से इंकार नहीं किया जा सकता। मासूम स्कूल में पहुंचने के बाद फिर अचानक गायब कैसे हो गयी, इस बात का जबाव स्कूल प्रशासन देने से कतरा रहा है।
शहर क्षेत्र के काशीराम कालोनी टाउनहाल निवासी राजमिस्त्री बबलू जाटव की 10 वर्षीय पुत्री कंचन आवास विकास स्थित आर डी मेमोरियल पब्लिक स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा है। जो अपने घर से स्कूल टैक्सी द्वारा प्रति दिन आती थी। मंगलवार को भी स्कूल टैक्सी ड्राइवर लल्लू निवासी बिर्राबाग कंचन को लेकर स्कूल पहुंचा और उसे अन्य बच्चों के साथ स्कूल में उतारकर वापस चला गया।
[bannergarden id=”11″]
स्कूल के प्रधानाचार्य संजय ने बताया कि कंचन ने अपना बैग कक्षा में रखने के बाद अन्य बच्चों के साथ प्रार्थना करने के लिए स्कूल से बाहर निकली। लेकिन पुनः जब सारे बच्चे प्रार्थना के बाद बैठ गये आकर तो कंचन अपनी कक्षा में दिखायी नहीं दी। जिसके बाद खोजवीन शुरू की गयी। कंचन का बैग कक्षा में ही रखा मिला। खोजवीन के बाद जब जानकारी नहीं हुई तो प्रधानाचार्य संजय ने मामले की सूचना कंचन के परिजनों को दी। कंचन की मां गीतादेवी मौके पर पहुंचीं। काफी खोजबीन करने के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला तो मामले की जानकारी आवास विकास चौकी इंचार्ज इन्द्रपाल सिंह को दी गयी। तकरीबन 11 बजे चौकी इंचार्ज पहुंचे। मामले की जानकारी अब तक उच्चाधिकारियों को नहीं दी गयी।
[bannergarden id=”8″]
इस सम्बंध में शहर कोतवाल रूम सिंह यादव ने बताया कि बच्चे के सम्बंध में जानकारी मिली थी। मामले के सम्बंध में छानवीन की जा रही है।
गायब छात्रा मोहम्मदाबाद में मिली
आवास विकास स्थित आर डी पब्लिक स्कूल 1/149 से प्रात: तकरीबन 10 बजे अचानक गायब हुई 10 वर्षीय बच्ची कंचन पूरे दिन चली छानवीन के बाद शाम तकरीबन 6 बजे मोहम्मदाबाद क्षेत्र के मुरहास कन्हैया के निकट पैदल घूमती हुई मिल गयी। यह जानकारी शहर कोतवाल रूम सिंह यादव ने जेएनआई को दी। बताते चलें, तकरीबन चार माह पूर्व सेन्ट्रल जेल मैन गेट के सामने से भी एक मासूम रहस्यमय ढंग से स्कूल जाते समय गायब हुआ था। परिजनों ने खोजवीन के बाद उसे भी मुरहास कन्हैया क्षेत्र में ही पैदल जाते ढूंढ लिया था। सवाल यह उठता है कि यह मासूम अपने घर से कई किलोमीटर की दूरी पर कैसे पहुंचे। इस विषय में किसी के पास कोई जानकारी नहीं है।