FARRUKHABAD : पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के द्वारा चंद शिक्षकों के साथ राजनीति चमकाने के नाम पर चल रही हड़ताल के दौरान शनिवार को प्रातः शिक्षक नेता जिलाधिकारी पवन कुमार के पास 27 सूत्रीय ज्ञापन देने पहुंचे। जिस समय जिलाधिकारी जनता दर्शन में समस्यायें सुन रहे थे, शिक्षक नारेबाजी कर हुड़दंग मचाने लगे। जनता दर्शन में व्यवधान उत्पन्न होने के कारण जिलाधिकारी नाराज होकर बाहर निकल आये और शिक्षक नेताओं से कहा कि पहले पढ़ो, फिर पढ़ाओ, उसके बाद नेतागीरी करो तो अच्छा है। जिनके कंधों पर देश का भविष्य है वह यदि ऐसा करेंगे तो कौन संभालेगा। जिस पर शिक्षक नेता बगलें झांकने लगे।
पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा प्रदेश स्तरीय आह्वान पर विभिन्न मांगों को लेकर जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय के निकट बने शिक्षक भवन में विगत कई दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है। चार मई को विद्यालयों में तालाबंदी कर हड़ताल की घोषणा की गयी थी, परन्तु जनपद में इक्कादुक्का छोड़कर सभी पूर्व माध्यमिक शिक्षकों ने अपने विद्यालय खोलकर विधिवत गृह परीक्षा करायी। परन्तु मध्यान्ह भोजन बच्चों को नहीं दिया गया। शिक्षकों द्वारा अपनी किसी समस्या को फंसने से पूर्व आभास होने की स्थिति में विद्यालयों में तो हस्ताक्षर कर दिये परन्तु जिला मुख्यालय पर कुछ शिक्षक प्रदर्शन में भी शामिल हुए। जिसकी भनक जिला प्रशासन को लगने के कारण शिक्षक एकजुट नहीं हो सके। कुछ शिक्षकों ने पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के नेताओं के साथ जिलाधिकारी को विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा।
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इस दौरान पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र गुप्ता, मंत्री राजीव गंगवार, साहब सिंह, मजहर मोहम्मद, मनोज कुमार, राजकुमार आदि को जिलाधिकारी की गुस्सा का सामना करना पड़ा।