शमसाबाद (फर्रुखाबाद): महिला अस्पताल शमसाबाद में तैनात स्टाफ नर्स आशा मिश्रा ने अपने ही साथी कर्मचारियों पर रात के साढ़े 11 बजे कुन्डी खटकाने व अभद्रता करने का आरोप लगाया है।
आशा मिश्रा शमसाबाद अस्पताल के प्रांगण में बने सरकारी आवास में रहती हैं। वहीं अन्य कमरों में फार्मासिस्ट कमलेश कुमार भी रहते हैं। स्टाफ नर्स का आरोप है कि रात लगभग साढ़े 11 बजे कमलेश के कमरे में तीन लोगों ने शराब पी। उसके बाद उक्त लोगों ने मेरा गेट खटखटाया। गेट न खोलने पर बोतल गेट में मारते हुए गाली गलौज करने लगे। जिससे बोतल का कांच कमरे में भी जाकर गिरा। घटना की सूचना पुलिस को दी गयी। थाना पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया घटना संदिग्ध प्रतीत होती है। फिर भी जांच की जा रही है।
वर्तमान चिकित्सा प्रभारी व पूर्व चिकित्सा प्रभारी के बीच भी तना तनी है। जिससे पूर्व चिकित्सा प्रभारी डा0 शिव प्रकाश का स्थानांतरण भी हो चुका है। चार्ज नहीं छोड़ रहे हैं। इसी का विवाद हो सकता है।
वहीं स्टाफ नर्स आशा मिश्रा ने बताया कि 28 दिसम्बर 2012 से उससे कार्यालय में कोई कार्य नहीं लिया जा रहा है। इस सम्बंध में उसने उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया है। आशा मिश्रा ने कहा कि अधिकारी उसे भगाना चाहते हैं, इसलिए उन्हीं की सह पर उसके साथ यह घटना करायी गयी है।
[bannergarden id=”11″]
सीएमओ के निर्देश के बाद भी महिला अस्पताल में पसरी गंदगी व अव्यवस्था
कुछ दिन पूर्व जिला चिकित्साधिकारी ने निरीक्षण कर शमसाबाद अस्पताल का निरीक्षण कर यहां अव्यवस्थाओं के लिए कर्मचारियों व स्टाफ को चेतावनी दी थी। उसके बाद भी शनिवार को महिला अस्पताल गेट पर गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली फोलिक एसिड एण्ड फोरस सल्फेट की सैकड़ों गोलियां पड़ी हैं। जिन्हें कोई देखने वाला नहीं। जबकि उन गोलियों की एक्सपायरी डेट फरवरी 2013 अंकित है। इससे सिद्ध होता है कि सीएमओ के निर्देशों का किसी अधिकारी व कर्मचारी पर कोई असर नहीं पड़ा है। कर्मचारी अपनी मनमानी कर न तो अस्पताल की सफाई कर रहे हैं बल्कि अस्पताल की बिल्डिंग को गाड़ियों का गैरिज बना लिया है। जिससे गंदगी व अव्यवस्था का साम्राज्य फैला है।