FARRUKHABAD : पुलिस ने एक लोडर से वध करने के लिये ले जाये जा रहे 9 बछड़ों को बरामद किया। जिसमें से एक की मौत हो गयी। पुलिस ने बछड़ों को नट समुदाय केलोगों को बांट दिया था। लेकिन हिजामं नेताओं केविरोध के चलते बाद में बछड़ों को भगवती गौशाला को सौंप दिया गया। मïïृत बछड़े का पोस्टमार्टम केबाद हिजामं नेताओं ने अंतिम संस्कार कर दिया।
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आज सुबह अलीगंज की ओर से गोकशी केलिये ले जाने वाला लोडर संख्या यूपी 35 एच 6417 नहर पुल से टकरा गया। जिससे उसका पहिया पंचर हो गया। वहां बैठे लोगों ने देखा कि लोडर में बछड़े भरे हैं। लोडर के चालक ने बछड़ों को उतार कर वहीं पास में एक खेत में छिपा दिया। टक्कर में एक बछड़ा घायल हो गया था। चालक की इस करतूत से लोगों को शक हुआ तो किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। सूचना पर पुलिस पहुंची जिसे देख चालक एवं हेल्पर भाग खड़े हुये। पुलिस ने बछड़ों को गांव शिवरई बरियार के नट समुदाय के कल्लू पुत्र नरेश,राकेश पुत्र भोलानाथ,ननकू पुत्र सागर,अच्छे पुत्र सतीश तथा महीपाल पुत्र धनसिंह केबीच आठ बछड़ों को बांट दिया। नवां बछड़ा मर चुका था। इधर हिजामं केनगर अध्यक्ष प्रदीप सक्सेना को जब यह जानकारी मिली तो अपने पदाधिकारियों के साथ वहां पहुंचे उन्होने पुलिस से बछड़ों केबारे में पूंछा।
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पुलिस ने बछड़ों को बांट दिये जाने की बात कही तो हिजामं नेता आक्रोशित हो गये। उनकेतेवरोंको देख पुलिस ने बछड़ों को हिजामं नेताओं को सौंप दिया जिन्होने उन्हें गोशाला केहवाले कर दिया। बाद में हिजामं नेताओं ने मृत बछड़े का पोस्टमार्टम पशुचिकित्सालय में कराया तथा फिर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। उधर पुलिस ने लोडर के चालक,उसकेमालिक तथा हेल्पर के खिलाफ गोकशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया।