फर्रुखाबाद:- यू पी बोर्ड की कापियां जचने लगी है| इमोशनल और धमकी भरी पर्चियां भी निकलने लगी है| कोई परीक्षक को आई लव यू भेज रहा है तो कोई धमकी दे रहा है| भीषण गर्मी में कापी जांचने के उबायु काम के बीच सुस्ती दूर करने की ये पर्चियां परीक्षको में कभी कभी जोश भारती नजर आती है| पके हुए बाल वाले गुरु जी को जब आई लव यू की पर्ची मिलती है तो स्वाभाविक है गुजरे जमाने की जवानी तो याद आ ही जाएगी|
बोर्ड परीक्षाओं की कापियों के मूल्यांकन में कापी कोरी रखने वाले छात्र या तो 500 के नोट रख रहे हैं या परीक्षक से बड़ी मार्मिक अपील कर रहे हैं। इमोशनल ब्लैकमेलिंग करने वालों में छात्राएं भी शामिल हैं। वे परीक्षक के लिए वह सब कुछ लिख रही हैं जो एक प्रेम पत्र में लिखा जाता है। राजकीय इंटर कालेज मूल्यांकन केन्द्र पर छात्र-छात्राओं की कुछ ऐसी कापियां दिखी हैं जो अन्य छात्रों से अलग हैं। इनमें से एक छात्रा ने कापी भरने के नाम पर कापी में केवल प्रश्नपत्र उतार दिया है। एक भी प्रश्न का उत्तर नहीं लिख पाया है। हां, उसने दो पृष्ठ का पत्र परीक्षक के नाम लिख डाला है। इस पत्र में छात्रा ने परीक्षक से नंबर देने के लिए ऐसी मार्मिक अपील की है जिसमें कई हदें पार कर ली गयी है। एक स्थान पर छात्रा ने लिखा है कि अगर उसे पास न किया तो उसका दिल टूट जायेगा। उसके पिता स्वर्गवासी हो गये हैं और दुनिया में उसका कोई नहीं है। कुछ शब्द ऐसे भी हैं जो कम से कम एक छात्रा को अपने शिक्षक के लिए लिखते शोभा नहीं देता। परीक्षक ने उस छात्रा को सभी उत्तर जांचने के बाद 9 नंबर दिए है।
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परीक्षक की इमोशनल ब्लैकमेलिंग करने वाली यह छात्रा अकेली नहीं है। एक दूसरी छा़त्रा ने भी अच्छे अंक पाने के लिए परीक्षक से घटिया अपील कर डाली है। इसके लिए उसने एक पृष्ठ पर केवल परीक्षक के नाम पत्र ही लिखा है। छात्रा ने लिखा है कि अगर वह पास न हुई तो उसकी जिंदगी बरवाद हो जायेगी। इसलिए उसे पास कर दें। इसमें भी कुछ घटिया और घिसे- पिटे शब्द। ऐसी कापियों के संबंध में हमारी बात परीक्षक बृजभान सिंह से हुई तो उन्होंने साफ कहा कि इमोशनल ब्लैकमेलिंग छात्राओं का बचपना है। उन्हें नहीं मालूम कि अंक तो उतने ही मिलने हैं जितना प्रश्नों के संबंध में उत्तर के रुप में लिखा गया है।
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