‘राजा भैया और उनके समर्थकों ने रची हत्या की साजिश’

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लखनऊ. उप्र के प्रतापगढ़ के वलीपुर गांव में डिप्टी एसपी जिया उल हक, ग्राम प्रधान नन्हे यादव व सुरेश यादव के हत्या के मामले में सुरेश के भाई पवन यादव ने हत्याकांड के पीछे पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया व उनके करीबी सपा एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह का हाथ बताया। पवन ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश को पत्र भेजकर डिप्टी एसपी और अपने भाई सुरेश की हत्या के लिए पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपालजी तथा इनके समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है।

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विशेष न्यायाधीश ने पत्र का संज्ञान लेते हुए उसे सीबीआई के निदेशक, संयुक्त निदेशक व पुलिस अधीक्षक के साथ डीजीपी और एसपी प्रतापगढ़ को भी अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजा है। इसके पहले पवन ने ऐसा ही पत्र सीबीआई को दिया था, इस पत्र को सीबीआई ने प्रतापगढ़ पुलिस को कार्रवाई के लिए दे दिया था। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश को लिखे पत्र में पवन ने आरोप लगाया है कि जब उनके भाई नन्हे यादव की हत्या हुई तो कुछ लोगों ने अस्पताल ले जाने में जानबूझकर देरी कराई जिससे उनकी मौत हो गई।

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चिट्ठी में राजा भैया व अक्षय प्रताप सिंह के इशारे पर गुड्डू सिंह, राजीव सिंह, अजय पाल, विजय पाल, कामता पाल, उदल सरोज, बुल्ले पाल, भोला सरोज, मुन्ना सरोज, राजकुमार, नन्हे सरोज समेत कई लोगों पर सुरेश यादव की हत्या और फिर डिप्टी एसपी पर हमला कर हत्या का आरोप लगाया है। चिट्ठी में लिखा है कि राजा भैया समर्थकों ने भीड़ में घुसकर यह घटना की। पत्र के मुताबिक थानाध्यक्ष हथिगवां मनोज शुक्ला भी इस साजिश में शामिल रहे और उन्होंने राजा भैया के इशारे पर घटना को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई।

गौरतलब है कि प्रतापगढ़ में दो मार्च को हुए इस तिहरे हत्याकांड में डिप्टी एसपी की विधवा परवीन आजाद ने पहले ही राजा भैया पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद राजा भैया को अखिलेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था। जांच के दौरान सीबीआई ने इन आरोपों को मजबूत नहीं पाया है।