शराब व्यवसायी से लूट का खुलासा, डेढ़ लाख रुपये सहित मुख्य आरोपी फरार

Uncategorized

FARRUKHABAD : बीते 15 अप्रैल की रात्रि तकरीबन 11 बजे शहर के शराब ठेकेदार राकेश दीक्षित को उस समय गोली मारकर एक लाख 80 हजार रुपये ASP OP SINGH-लूट लिये थे जब वह दुकान से घर जा रहे थे। घटना के 6 दिन बाद पुलिस ने लूट का खुलासा तो कर दिया लेकिन खुलासे में छेद ही छेद नजर आये। एक तो तीन आरोपियों से महज तीस हजार रुपये की बरामदगी पुलिस ने दिखायी और चौथे आरोपी को एक लाख 50 हजार रुपये के साथ फरार दिखाया है।

[bannergarden id=”8″]

शहर के चर्चित शराब ठेकेदार से हुई लूट की बारदात में पुलिस पर काफी दबाव मीडिया के अलावा अन्य लोगों का भी बन गया था। आला अधिकारियों के फोन घनघनाने लगे थे। 6 दिन हवा में हाथ पैर मारने के बाद आखिर पुलिस ने पत्रकार वार्ता बुलाकर शहर कोतवाली में लूट का खुलासा किया। पुलिस के अनुसार बीती रात मुखबिर की सूचना पर देवरामपुर क्रासिंग के पास रात तकरीबन एक बजे उस समय तीन बाइक सवार लुटेरों को धर दबोचा, जब वह शहर के अंदर प्रवेश कर रहे थे। पुलिस ने पकड़े गये आरोपी राजीव यादव पुत्र वेदसिंह यादव निवासी नगला कलार के पास से 22 हजार 200 रुपये नगद, 315 बोर का एक तमंचा व तीन कारतूस बरामद किये। दूसरे आरोपी संजीव गुप्ता पुत्र मुन्नालाल गुप्ता निवासी लोको रोड भोलेपुर फतेहगढ़ के पास से 400 रुपये, 315 बोर तमंचा, दो कारतूस, तीसरे आरोपी आकाश शाक्य पुत्र वीरेन्द्र शाक्य निवासी नबाब न्यायमत खां पूर्व रेलवे रोड के पास से 9 हजार रुपये, तमंचा व कारतूस सहित पकड़ा है।

[bannergarden id=”11″]

आरोपियों के पास से लाल रंग की हीरोहाण्डा स्पलेंडर यूपी 76सी/4596 बरामद की। पुलिस के अनुसार चारो आरोपी राकेश दीक्षित के ठेके पर दारू पीने के लिए आया करते थे। घटना वाले दिन चारो ने वहां से दारू खरीदी। उसी दौरान राकेश दीक्षित विक्री का एक लाख 80 हजार रुपयो झोले में भर रहे थे। जिसे चारो ने देख लिया और तत्काल ही लूट की योजना बना डाली। देखते ही देखते गोविंद यादव निवासी मोहल्ला मेमरान भाग कर तमंचे ले आया और चारो घटना को अंजाम देने के मकसद से राकेश दीक्षित का इंतजार उसके मोहल्ले की गली के नुक्कड़ पर करने लगे। राकेश के आते ही गोविंद व राजीव ने तमंचों से फायर कर दिया और रुपये लेकर जसमई पुल पर पहुंचे। जहां पैसे का बंटवारा हुआ। डेढ़ लाख रुपये लेकर गोविंद अभी फरार है। बंटवारे का यह गणित अभी गले नहीं उतरा कि आखिर चारो में बंटवारा किस हिसाब से हुआ। बताते चलें कि कुछ समय पूर्व राजीव यादव कछुआ तस्करी के मामले में जेल जा चुका है। फरार आरोपी गोविंद यादव मोहल्ले में ही डेयरी का व्यापार कर रहा है।

घटना का खुलासा करने के बाद पत्रकार वार्ता में मौजूद अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि पकड़े गये तीनो आरोपियों पर आईपीसी की धारा 394, 307, 412, 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा जायेगा। इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ, क्षेत्राधिकारी योगेन्द्र कुमार सिंह, शहर कोतवाल रूम सिंह यादव, एसओजी प्रभारी नन्हेंलाल यादव आदि मौजूद रहे।

गले नहीं उतरा पुलिस का खुलासा
सूत्रों के मुताबिक 16 अप्रैल को आरोपी संजीव गुप्ता को पुलिस ने उस समय पकड़ा, जब वह फर्रुखाबाद स्टेशन के निकट अपनी टैक्सी में सवारियां भर रहा था। उसी दिन आरोपी आकाश को पुलिस ने पकड़ लिया था। राजीवगांधी नगर के पीछे भूपसिंह के मकान के निकट राजीव को 17 अप्रैल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। जिसके बाद पूछताछ के लिए पुलिस लाइन ले जाया गया। बाद में फतेहगढ़ में रखा गया। पकड़े गये आरोपी संजू उर्फ संजीव के पास से पुलिस को 160 रुपये, राजीव के पास से 560, आकाश के पास से 80 रुपये बरामद हुए थे।