लखनऊ : राजधानी में एक फर्जी फाइनेंस कंपनी संचालित थी, जिसका मास्टर माइंड विज्ञापन प्रकाशित कराकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहा था। गिरोह ने इंदिरानगर सेक्टर 11 निवासी हरीश कुमार को ईट भट्ठे के लिए बैंक से 70 लाख का लोन दिलाने का दावा कर एक लाख 95 हजार रुपये हड़प लिए। यह रकम फर्जी आइडी प्रूफ के जरिए खुलवाए गए बैंक खातों में जमा कराई गई थी। इसका राजफाश साइबर क्राइम सेल की टीम ने गिरोह के सरगना सहित चार ठगों को गिरफ्तार कर किया। गिरोह 11 मोबाइल फोन नंबरों के जरिए अपना नेटवर्क संचालित कर रहा था।
हजरतगंज पुलिस ने शनिवार को लालकुआं, हुसैनगंज निवासी संजय शर्मा, अनिल कुमार सिंह, बहराइच निवासी धनंजय सिंह यादव व प्रतापगढ़ निवासी सुधांशु चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया। सीओ हजरतगंज दिनेश यादव के मुताबिक गिरोह ने मेगनम फाइनेंस के नाम से फर्जी कंपनी खोली थी, जो कहीं वजूद में नहीं थी। इस कंपनी के नाम से विज्ञापन देकर दावा किया गया था कि आवेदन को सरकारी बैंकों से एक प्रतिशत ब्याज की दर से मार्कशीट, जमीन व बिजनेस प्रोजेक्ट के लिए लोन उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही कंपनी ब्याज पर 50 प्रतिशत तक छूट भी दिलाएगी। इस विज्ञापन को पढ़कर इंदिरानगर निवासी हरीश कुमार ने उसमें दिए गए नंबरों पर संपर्क किया। ठगों ने हरीश से सोमेश मिश्रा के नाम से बात की और उनसे अलग-अलग बैंकों खातों में लोन दिलाने का झांसा देकर स्टांप ड्यूटी, ड्राफ्ट, फाइल चार्ज के नाम पर एक लाख 90 हजार रुपये जमा कराए गए। इसके बाद गिरोह ने हरीश का फोन उठाना बंद कर दिया। तब हरीश ने 31 मार्च को गुडंबा थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। साइबर क्राइम सेल ने आरोपितों के मोबाइल नंबरों की छानबीन की तो सच सामने आ गया। संजय लालकुआं में किराए के कमरे से ही यह फर्जी कंपनी चला रहा था। उसने हिंदनगर कानपुर निवासी अनिल कुमार की फोटो तथा फर्जी दस्तावेजों की मदद से स्टेट बैंक में सोमेश मिश्रा के नाम से खाता खोला था। इसके अलावा इमरान खान, कबीर खान, रंजीत मिश्रा व सतीश मिश्रा के नाम से स्टेट बैंक व पंजाब नेशनल बैंक में खाते खुलवाए गए थे।
15 एटीएम कार्ड मिले
पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से विभिन्न बैंकों के 15 एटीएम कार्ड, दो पैन कार्ड, नौ चेक बुक तथा चार पास बुक बरामद की हैं। इनके बारे में गहनता से छानबीन की जा रही है।
पूरे प्रदेश के लोगों को ठगा
पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरोह ने जौनपुर, आजमगढ़, महाराजगंज, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, गोरखपुर, उन्नाव, देवरिया, कानपुर, रायबरेली, बाराबंकी, आजमगढ़, एटा, बांदा, फर्रुखाबाद व अन्य जिले के लोगों को भी ठगा है। सीओ के अनुसार अब तक ठगी के शिकार हुए 30 लोग सामने आ चुके हैं।