कमालगंज (फर्रुखाबाद): कमालगंज क्षेत्र के ग्राम धारा नगला में लंकुश पुत्र प्यारेलाल व दो अन्य ग्रामीणों के घर में आग लग गयी। लंकुश के घर में बंधी भैंस भी आग की चपेट में आकर झुलस कर मर गयी। वहीं आग की सूचना जब अधिकारियों को दी गयी तो वह कमालगंज की बजाय सदर क्षेत्र के ग्राम धारा नगला जा पहुंचे और भरी दोपहरी में भटकते रहे। लेकिन पीड़ितों के यहां कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा।
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घटना लगभग दोपहर 2 बजे की है। कमालगंज के धारा नगला निवासी लंकुश पुत्र प्यारेलाल के घर के पीछे कुछ कूड़ा करकट पड़ा हुआ था। किसी तरह से उस कूड़े में आग लग गयी। आग फैलते फैलते उनके घर तक जा पहुंची और घर में रखा छप्पर धूं धूं कर जलने लगा। छप्पर में बंधी भैंस भी आग की चपेट में आकर जिंदा भुन गयी। भैंस लगभग 70 हजार रुपये की बतायी गयी है। आग में पड़ोसी अजब सिंह व सुल्तान का मकान भी जल गया। ग्रामीणों ने आग की सूचना अधिकारियों को दी लेकिन अपने प्रयास से ही स्वयं आग पर काबू पा लिया। सूचना देने पर मात्र दो पुलिसकर्मी व लेखपाल सुरेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे। पशु चिकित्साधिकारी कमालगंज भी भैंस के पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे धारा नगला पहुंचे।
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इधर ग्रामीणों ने एसडीएम सदर को फोन पर बताया कि धारा नगला में आग लग गयी तो उन्होंने तहसीलदार सदर राजेन्द्र चौधरी को मौके पर जाने को कहा। जिस पर तहसीलदार धारा नगरी के लिए रवाना हो गये। लेकिन परगना मजिस्ट्रेट को अपने क्षेत्र के गांवों की सही जानकारी न होने से भरी दोपहरी में भटकते रहे लेकिन उन्हें आग लगने वाला गांव नहीं मिला। कमालगंज के गांव धारा नगरी में आग लगी थी लेकिन तहसीलदार सदर क्षेत्र के ग्राम धारा नगला जा पहुंचे। जहां ग्रामीणों से पूछा तो उन्होंने बताया कि उनके गांव में किसी के यहां आग नहीं लगी हैं। तहसीलदार भटकते भी रहे और आग पीड़ितों के यहां अंत तक नहीं पहुंच सके और वे वापस लौट आये।