फर्रुखाबाद- सोमवार को प्रात: जहर खा लेने के शक में लोहिया अस्पताल में भर्ती करायी गयी परम नगर की किशोरी की हालत शाम तक बिगड़ गयी। परिजनों की चिकित्सकों से नोंक-झोंक के बाद अपरहरण पीड़ित किशोरी को कानपुर के लिये रेफर कर दिया गया है।
विगत एक अप्रैल को थाना नवाबगंज के ग्राम परमनगर से अपहरण के बाद बरामद किशोरी को सोमवार को गंभीर अवस्था में लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डा. पंकज चौहान ने आपात्कालीन ड्यूटी के दौरान किशोरी को भर्ती कर लक्ष्णों के आधार पर ‘सस्पेक्ट आफ पॉयजन’ के तौर पर उसका इलाज शुरू कर दिया था। बाद में फिजीशियन अदिति श्रीवास्तव ने किशोरी का इलाज किया था। इस दौरान किशोरी के एक्स-रे चेस्ट व अल्ट्रासाउंड के अतिरिक्त टीएलसी, डीएलसी, एचबी, जीपीवी, प्लैटलेटस, ब्लड ग्लूकोज, सीरम क्रेटेनिन, आदि जांचे प्रस्तावित की गयीं थी। परंतु शाम तक केवल एक्स-रे के अलावा कोई रिपोर्ट नहीं मिली थी। इसी दौरान किशोरी की हालत बिगड़ने लगी, तो परिजनों ने मरीज को कानपुर रेफर करने का दबाव डालना शुरू कर दिया। परंतु चिकित्सकों द्वारा मना करने पर दोनों पक्षों में नोंक झोंक होने लगी।
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इसी दौरान किशोरी के वकील एके शर्मा भी पहुंच गये। इमरजेंसी में मौजूद डाक्टर धर्मेंद्र कुमार ने यह कह कर रेफर करने में असमर्थता व्यक्त कर दी कि मरीज उनके इलाज में नहीं है। बाद में वकील ने डा. अदिति श्रीवास्तव से फोन पर बात की, परंतु उन्होंने आस्पताल पहुंचने से इनकार कर दिया। बाद में परिजनों ने डीएम के अलावा लखनऊ भी कई नंबरों पर बात कर डाक्टरों की लापरवाही की शिकायत की। बाद में संभवत: डीएम ने सीएमएस के माध्यम से अदिति को फोन करवाकर लोहिया अस्पताल भेजा। यहां पर एक बार फिर डा. श्रीवास्तव की परिजनों से तीखी नोंक-झोंक हुर्इ्र। तब कहीं जाकर किशोरी को कानपुर रेफर किया जा सका।
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