बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शासनादेशों को दरकिनार कर नवीन उच्च प्राथमिक विद्यालयों में एक नहीं वल्कि तीन तीन सहायक अध्यापकों को दूसरे ब्लाक से लाकर जनपद मुख्यालय में सम्बद्ध कर लाखों रुपयों के सरकारी धन का दुरुपयोग प्रति माह कराया जा रहा है। वैसे तो बेसिक शिक्षा विभाग लगातार अनियमितताओं के लिए चर्चा में बना है। यहां तक कि पूर्ण प्रमाणों के बावजूद फर्जी शिक्षकों के गिरोह के विरुद्ध कार्रवाई तो दूर उल्टे उनको संरक्षण मिलता चला आ रहा है।
शासन के कड़े निर्देश के बावजूद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत प्रसाद पटेल द्वारा शासनादेशों को दरकिनार कर बाकायदा संबद्धीकरण का उद्योग सा चला रखा गया है। सम्बद्धीकरण के नाम पर दर्जनों शिक्षकों को मनमाने ढंग से दूसरे ब्लाकों से स्थानांतरण का लाभ दिया जा रहा है। जिसमें पूर्व माध्यमिक विद्यालय मलोखर मोहम्मदाबाद से पुष्पलता यादव को बढ़पुर विकास क्षेत्र के नूरपुर विद्यालय में सम्बद्ध किया गया है तथा नगला जब्ब की गार्गी यादव, गीता देवी तथा कायमगंज के नीलेन्द्र गंगवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय घारमपुर में सम्बद्ध किया गया है। जबकि यह विद्यालय नवीन संचालित है। इस विद्यालय में मात्र 25 छात्र ही नामांकित हैं।
राजेपुर से मिथलेश यादव को पूर्व माध्यमिक विद्यालय ढिलावल में सम्बद्ध किया गया है। इसी विद्यालय में शमसाबाद से विनीता राठौर को सम्बद्ध किया गया है। नबावगंज के गुठना विद्यालय के कृष्ण कुमार मिश्रा को नवीन विद्यालय गढ़िया तथा राजेपुर से मोना सिंह यादव को पूर्व माध्यमिक विद्यालय बुढ़नामऊ, चन्द्रावती को पूर्व माध्यमिक विद्यालय मीरपुर से नगला पजाबा बढ़पुर में, व्यासनरायन पाण्डेय को सिरमौरा तराई से अर्जुन नगला में सम्बद्ध किया गया है। मोहम्मदाबाद लखरउआ की रीना लिसा दिया को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आठ मार्च तक सम्बद्ध रखा गया। कमालगंज की प्रधानाध्यापक मनीषा द्विवेदी को नवीन प्राथमिक विद्यालय बढ़पुर के नगला बंधा में तथा संध्या आर्या को संशोधन कर प्राथमिक विद्यालय नगला चूड़ा में सम्बद्ध किया गया है। जबर सिंह पाल को राजेपुर से मोहम्मदाबाद में नियमविरुद्व तरीके से सम्बद्ध कर अप्रत्यक्ष रूप से शहरी सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
जनपद में आधा सैकड़ा विद्यालयों में जहां छात्र संख्या अधिक है वहां पर एकल शिक्षक या बंद की स्थिति में हैं वहीं शहर सीमा से लगे हुए विद्यालयों में स्थानांतरण की जुगाड़ लगाये शिक्षकों को स्थानांतरण प्रक्रिया पर मध्य सत्र में रोक होने के कारण सम्बद्ध किया जा रहा है।