सीओ हत्‍याकांड की सीबीआई जांच में रोड़ा बन रहे पुलिस अधिकारी हटे

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लखनऊ : प्रतापगढ़ में कुंडा के तिहरे हत्याकांड में सीबीआइ का सहयोग नकरने के आरोप में पुलिस महानिदेशक एसी शर्मा ने कुंडा सर्किल के चार थानाप्रभारियों को हटाने के निर्देश दिया है। डीजीपी ने संकेत दिया है कि जल्द ही एएसपीप्रतापगढ़ को भी हटाया जाएगा। सरकार की ओर से सीबीआई के लिखित अनुरोध पर आंशिक कार्रवाई कर भले ही प्रदेश की अखिलेश सरकार ने नाक बचाने का प्रयास किया हो, परंतु इससे प्रदेश सरकार का मंतव्‍य तो साफ हो ही गया है कि आखिर प्रभारी पुलिस अधीक्षक आशा राम यादव किस के इशारे पर क्‍या कर रहे हैं, और आखिर सीबीआई को यह अनुरोध लिखित रूप से करने की जरूरत क्‍यों पड़ी। सवाल यह भी है कि जिले में तैनात एसपी एआरकुमार आखिर क्‍यों अवकाश पर चले गये हैं, और उनके स्‍थान पर कोई दूसरी नियुक्‍ति क्‍यों नहीं की जा रही है।

सीओ कुंडा रहे जिया उल हक के साथ ही बलीपुर प्रधान नन्हें यादव व उनकेभाई सुरेश यादव की हत्या की जांच कर रही सीबीआइ ने जांच के मामले में कुंडासर्किल के चार थाना प्रभारियों के साथ प्रभारी एसपी आशा राम यादव परअसहयोग करने का आरोप लगाया था। सीबीआइ ने हथिगवां थानाध्यक्ष निशिकांत राय, इंस्पेक्टर कुंडा प्रकाश राय, थानाध्यक्ष नवाबगंज अरविंद सिंह वथानाध्यक्ष महेशगंज अशोक पाण्डेय के साथ ही एएसपी आशा राम यादव को हटाने कीमांग की थी। साथ ही शर्त रखी थी कि कुंडा सर्किल के इन चार थानों में ऐसेप्रभारियों की तैनाती की जाए जो अभी तक प्रतापगढ़ के किसी भी थाने मेंतैनात न रहा हो। डीजीपी एसी शर्मा ने आज कानपुर में कहा तिहरे हत्याकांड कीजाचं कर रही सीबीआइ को हम पूरा सहयोग देंगे। उन्होंने कहा कि कुंडा सर्किलके चार थाना प्रभारियों को तत्काल हटा दिया गया है। एएसपी के बारे में भीविचार किया जाएगा। गौरतलब है कि दो मार्च को तिहरे हत्याकांड के बाद एआरकुमार ने देवरिया से आकर प्रतापगढ़ के एसपी का कार्यभार संभाला लेकिन वो 24 मार्च से अवकाश पर हैं। जिले के एसपी का काम आशा राम यादव देख रहे हैं।

विदित है कि सीबीआईने पहले भी जांच में रुकावट आने की बात कही थी। राजा भैया के प्रभाव केचलते कोई गवाही के लिए सामने नहीं आ रहा था। राज्य सरकार के इस फैसले केबाद सीबीआई को भरोसा है कि जांच में तेजी आएगी। इसी के साथ शहीद सीओ की पत्‍नी की वह मांग भी प्रासांगिक हो जाती है कि राजा भैया को गिरफ्तार किये बिना निष्‍पक्ष जांच की संभावना नहीं है।