लखनऊ: बलीपुर गांव में हिंसा जिसमें पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) जिया उल हक मारे गए थे, के सिलसिले में आज सीबीआई ने उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह के चचेरे भाई और विधान परिषद् के सदस्य अक्षय प्रताप सिंह से शनिवार को पूछताछ की।
सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि घटना के दिन सिंह कहां थे, इस बारे में उनसे विस्तार से पूछताछ की गई। हिंसा में ग्राम प्रधान नन्हे यादव, उनके भाई सुरेश और हक की कथित रूप से हत्या कर दी गई थी। दो मार्च को एक भूमि विवाद को लेकर यह हिंसा भड़की थी। उन्होंने कहा कि एजेंसी इन हत्याओं के सिलसिले में उनके चचेरे भाई और निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से भी पूछताछ कर सकती है क्योंकि कुछ संदिग्ध प्रभावशाली नेता के जानकार हो सकते हैं।
सीबीआई ने दो मार्च को बलीपुर गांव में हुई हिंसा के सिलसिले में चार मामले दर्ज किए हैं और हक की पत्नी की शिकायत पर राजा भैया के विरूद्ध भी मामला दर्ज किया है। एजेंसी ने पुलिस उपाधीक्षक जिया उल हक तथा दो अन्य की हत्या के सिलसिले में हाल में खून से सना डंडा और छह कारतूस वाली बेल्ट बरामद की है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि खून के धब्बा लगी कारतूस की बेल्ट सुरेश यादव के घर में एक बक्से से बरामद की गयी जिसे उसके भाई एवं ग्राम प्रधान नन्हें के साथ गोली मार दी गई थी। डंडे पर भी खून के धब्बे लगे थे और इसे स्थानीय पुलिस अधिकारियों की निशानदेही पर गांव में दूसरे इलाके से बरामद किया गया। इस मामले में सीबीआई स्थानीय पुलिस अधिकारियों से भी पूछताछ कर रही है।