लखनऊ: कुंडा में बलीपुर गांव के प्रधान के परिवार को तबाह करने की धमकी देने के आरोप को लेकर विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, बाबागंज विधायक विनोद सरोज समेत दर्जन भर समर्थकों पर सीबीआइ का शिकंजा कस सकता है। सीबीआइ टीम के अफसरों के आने के बाद शुक्रवार को प्रधान के भाई पवन ने आरोपों से संबंधित तहरीर दी। इसके बाद पवन से छह घंटे तक चली पूछताछ के बाद सीबीआइ ने शाम को एएसपी आशाराम यादव को कैंप कार्यालय पर तलब किया।
होली के बाद डीआइजी अनुराग गर्ग की अगुवाई वाली सीबीआइ टीम के अफसर कुंडा स्थित कैंप कार्यालय पहुंचे। यह जानकारी मिलने पर प्रधान का भाई पवन यादव कैंप कार्यालय पहुंचा और राजा भैया, बाबागंज विधायक विनोद सरोज, राजा भैया के प्रतिनिधि हरिओम श्रीवास्तव, चालक रोहित सिंह, गुड्डू सिंह, कुंडा के ब्लाक प्रमुख संतोष सिंह, बिहार के ब्लाक प्रमुख प्रफुल्ल सिंह, नन्हे सिंह, भोला सिंह (मोहद्दीनगर), मुन्ना सरोज (बेंती), संतराम यादव (चैनी का पुरवा), लालता प्रसाद व हीरालाल (बरगद का पुरवा), नन्हेलाल व रामा सरोज (बलीपुर) पर धमकाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। प्रधान के दूसरे भाई सुधीर ने बताया कि बसपा सरकार में बेंती पक्षी बिहार में निर्माण कार्य के दौरान उसके पिता दुखीराम ने मजदूर दे दिया था। उसी के बाद राजा भैया और उनके करीबी पूरे परिवार को तबाह करने की धमकी दे रहे थे। सपा की सरकार बनने पर प्रधान नन्हे यादव की पिटाई की गई। दस साल पहले धमकी देने का सिलसिला शुरू हुआ तो प्रधान व सुरेश की हत्या के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है।