अरबपति नेता दीपक भारद्वाज हत्याकांड में पत्‍नी पुलिस हिरासत में

Uncategorized

नई दिल्ली: अरबपति बीएसपी नेता दीपक भारद्वाज हत्‍याकांड में दिल्‍ली पुलिस ने भारद्वाज की पत्‍नी को हिरासत में ले लिया है। दीपक भारद्वाज परिवार से अलग रहते थे और दिल्‍ली पुलिस का दावा है कि उनकी हत्‍या के पीछे प्रॉपर्टी बड़ा कारण है। ऐसे में उसका पहला शक परिवार के सदस्‍यों पर जाता है। इसके अलावा पुलिस ने राकेश नाम के एक शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले दो और लोगों को पुलिस हिरासत में ले चुकी है। ये दोनों शख्स शार्प शूटर बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक भारद्वाज की हत्‍या करने वाले शूटरों के नाम सुनील और पुरुषोत्तम हैं। सुनील लंबे बालों वाला है जो सीसीटीवी में दिखाई दे रहा है। ये दोनों राकेश के साथ स्कोडा में बैठकर फॉर्म हाउस से गए और फिर स्कोडा को छोड़कर सेंट्रो में चले गए। कत्ल में इस्तेमाल स्कोडा तो मिल गई है, लेकिन सेंट्रो नहीं मिली है। ये स्कोडा राकेश के नाम पर ही है और उसने इसे 8 लाख रुपए में खरीदी थी।

Awaidh kabjaदीपक के रिजॉर्ट के गार्ड से भी पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। दिल्ली पुलिस का दावा है कि उसने सीसीटीवी तस्वीरों में नजर आ रहे दो लोग और गाड़ी में बैठे एक शख्स में से दो को हिरासत में ले लिया है। पुलिस सूत्रों के दावों की माने तो ये दोनों दिल्ली के ही रहनेवाले हैं। पुलिस के मुताबिक ये लोग सुपारी किलर है। इन्हें भारद्वाज की हत्या का ठेका दिया गया था। पुलिस का कहना है कि कुल छह लोग दीपक भारद्वाज हत्याकांड में शामिल थे। पुलिस को अभी भी चार लोगों की तलाश है। पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है और तलाश में छापे भी मार रही है। पूछताछ का सिलसिला जारी है।

वहीं भारद्वाज के गार्ड की बीवी नूतन देवी के मुताबिक, मेरा घरवाला कल ड्यूटी पर गए थे अभी तक घर नहीं पहुंचे हैं। उधर बुधवार को ही भारद्वाज की लाश का पोस्टमॉर्टम हुआ। भारद्वाज को एक गोली सर में मारी गई थी जबकि एक गोली सीने में। इस हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस ने दस अलग अलग टीमें बनाई हैं जिसने कई लोगों से पूछताछ की है।

गौरतलब है कि दीपक भारद्वाज 2009 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में सबसे अमीर प्रत्याशी थे। उनकी घोषित संपति ही 614 करोड़ रुपए की थी। मंगलवार को पेशेवर अंदाज में अंजाम दिए गए इस हत्याकांड ने दिल्ली में सबको चौंका दिया था। इस हत्याकांड ने दिल्ली में फल फूल रहे दो तरीके के अपराध के तरीकों को उजागर किया है। पहला फार्महाउसों का अपराधियों का अड्डा बनना और दूसरा दिल्ली में कांट्रैक्ट किलिंग का पुनर्जन्म। क्या दिल्ली पुलिस इस वारदात से सबक लेकर इन दोनों तरीकों के अपराधों का मुकाबला कर पाएगी? हिरासत में लिए गए लोगों की मदद से पुलिस वारदात का मास्टरमाइंड और हत्या का मकसद तलाशने में जुटी है। साथ ही पुलिस को ये भी उम्मीद है कि आनेवाले दिनों में और भी कई बड़े नामों का खुलासा होगा।