कोलकाता : सोशल मीडिया के प्रभाव की तारीफ करते हुए विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि सोशल मीडिया के इस्तेमाल से मिलने वाली आजादी के नियमन की जरूरत है। खुर्शीद ने यहां कहा, ‘आज सोशल मीडिया प्रभावी है क्योंकि हम बराबर हैं। यह सोशल मीडिया की समानता और तकनीक का इस्तेमाल करने की आपकी क्षमता है जो आपको आजादी देती है। इस आजादी को शायद नियमन की जरूरत है। हर आजादी का नियमन होना चाहिए, उसी तरह इसका भी।’
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उन्होंने शनिवार रात यहां आयोजित टेलीग्राफ नेशनल डिबेट में ‘स्वतंत्रता बनाम समानता’ के विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा, ‘मैंने कभी समानता के नियमन के बारे में नहीं सुना लेकिन प्रत्येक आजादी के नियमन के बारे में पता है।’ उन्होंने कहा, ‘कृपया संविधान पढ़िए और यदि आप सच्चे भारतीय हैं तो कृपया संविधान का सम्मान कीजिए जो आपकी सभी तरह की आजादी पर..आपकी बोलने की आजादी पर, काम करने की आजादी पर, सभी पर यथोचित पाबंदी की बात करता है।’
परिचर्चा में कापरेरेट मामलों के केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद आदि ने भी भाग लिया। आयोजन में यह घोषणा भी की गयी कि वक्ताओं द्वारा व्यक्त किये गये विचार उनके अपने हैं और इनमें जरूरी नहीं कि उनकी पार्टी या सरकार के विचार झलकें। समान अवसर आयोग के गठन की वकालत करते हुए खुर्शीद ने कहा कि इस काम में कठिनाइयां आ रहीं हैं।
उन्होंने कहा,‘मेरा विचार है कि आज हमारे समाज में यह सबसे अच्छा विचार है। इसे आगे बढ़ाने में कठिनाई आ रही है और कई बार मुझे आश्चर्य होता है कि मैं दूसरी तरफ के अपने कुछ साथियों जैसे रविशंकर प्रसाद या उनकी पार्टी को इस बारे में समझा नहीं पा रहा हूं।’ खुर्शीद ने कहा कि यह समान आयोग की नहीं बल्कि समान अवसरों की बात है। (एजेंसी)
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