FARRUKHABAD : बुनियादी साक्षर भारत मिशन 2013 के अन्तर्गत द्वितीय परीक्षा जनपद की 512 ग्राम सभाओं के प्राथमिक विद्यालयों में खानापूरी में निबटा दी गयीं। नव साक्षर शिक्षा के अन्तर्गत लगभग एक वर्ष पूर्व साक्षरता मिशन का कार्यक्रम जनपद में चलाये जाने के लिए प्रेरकों की नियुक्ति की जानी थी, परन्तु प्रेरक चयनों की पत्रावलियां जिला मुख्यालय से लेकर ब्लाक मुख्यालय में धूल फांक रही हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि बिना प्रेरक के चयन हुए तथा बिना किसी सर्वे कराये साक्षरों की परीक्षा विगत अगस्त माह में प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर 25 से 30 मनचाहे पढ़े लिखे लोगों को निरक्षर दिखाकर उनकी परीक्षा कराके भारी भरकम रकम का घोटाला विभागीय अधिकारियों की साठगांठ से किया गया था।
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वहीं रविवार को वर्ष 2013 की द्वितीय परीक्षा के लिए जनपद की 512 ग्राम पंचायत लोक शिक्षा समिति/प्राथमिक विद्यालय पर 5 से 6 साक्षरों की परीक्षा के नाम पर खानापूरी कर ली गयी है। परीक्षा कराये गये केन्द्रों पर किसी भी साक्षर परीक्षार्थी को न तो कोई सामग्री दी गयी और न ही जलपान इत्यादि की कोई व्यवस्था की गयी। जबकि शासनादेश के अनुसार प्रत्येक परीक्षार्थी को एक पेन एवं उसकी सुविधा अनुसार परीक्षा का समय उपलब्ध कराते हुए सूक्ष्म जलपान की भी व्यवस्था की गयी है। जिसके लिए निर्धारित मानदेय लोकशिक्षा समिति के प्रधानाध्यापक को दिये जाने के निर्देश हैं।
यह भी अवगत कराना है कि ग्राम पंचायत लोक शिक्षा समितियों के केवल बढ़पुर विकास क्षेत्र में खाते खोले गये हैं। उनकी भी पासबुकें व चेकबुकें जिला मुख्यालय और ब्लाक मुख्यालयों पर कमीशन के इंतजार में नहीं वितरित की गयी है। इस सम्बंध में जिला समन्वयक सुनील आर्या से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच आफ मिला तथा परीक्षा के दिन विभाग के जिला मुख्यालय व ब्लाक मुख्यालय स्थित कार्यालयों पर ताले लटकते रहे।