तिहाड़ जेल में फांसी लगाने वाले दिल्ली गैंगरेप के मुख्य आरोपी राम सिंह के पिता मांगे लाल सिंह ने कहा,’मैं 6 दिन पहले ही अपने बेटे से कोर्ट में पेशी के दौरान मिला था। उसने मुझे बताया था कि उसकी जान खतरे में है। उसने यह भी बताया था कि कैदी उसके साथ दुष्कर्म करते हैं।’ उन्होंने इस मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है।
मांगे लाल ने कहा कि राम सिंह ने खुदकुशी नहीं की है। उसकी हत्या की गई और फिर उसे फंदे पर लटका दिया गया। मैं यह तथ्यों के आधार पर कर रहा हूं। इसके सबूत मिटा दिए गए हैं। उसका एक हाथ टूटा हुआ था और वह उससे ठीक से काम नहीं कर पाता था। ऐसे में वह फांसी कैसे लगा सकता है।’
उधर रेप विक्टिम का भाई राम सिंह के तिहाड़ जेल में फांसी लगाने से खुश नहीं है। उनका कहना है कि उन्हें तब सुकून मिलता, जब उसे सरेआम फांसी दी जाती। दिल्ली गैंगरेप विक्टिम के 20 वर्षीय भाई ने कहा, ‘उसके खिलाफ केस बेहद मजबूत था। उसे पता था कि एक दिन वह फांसी के फंदे पर झूलेगा ही।’ उसने कहा, ‘उसके फांसी लगाने की खबर से मैं कोई बहुत खुश नहीं हूं। मैं चाहता था कि उसे सरेआम फांसी दी जाए। उसका मौत का तरीका अपने हिसाब से चुनना सही नहीं है। …लेकिन चलिए अच्छा है कि एक का किस्सा खत्म हो गया है। उम्मीद है कि बाकी अपनी फांसी के लिए इंतजार करेंगे।’