FARRUKHABAD : पूरे देश में महाशिवरात्रि का पावन पर्व पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। शिवालयों और मंदिरों में भगवान शंकर के दर्शन के लिए भारी भीड़ एकत्रित हो रही है। सुबह से ही बेलपत्र, दूध, शहद शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए होड़ मची हुई है। जनपद के रेलवे रोड स्थित पाण्डेश्वरनाथ मंदिर इसका साक्षात गवाह बना। जहां भगवान शिव पर दूध व शहद चढ़ाने को लेकर महिलाओं व पुरुषों में खूब धक्कामुक्की हुई। काफी मसक्कत के बाद लोगों को शिवलिंग के दर्शन हो सके।
भगवान भोलेनाथ का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाने वाला महाशिवरात्रि का वृत हिन्दू समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। शिव भक्त इस दिन वृत रहकर पूजा अर्चना करते हैं। शिव मंदिरों में खासी भीड़ उमड़ती है। पान्डेश्वरनाथ मंदिर में प्रातः 4 बजे से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। देखते ही देखते लम्बी लम्बी कतारें मंदिर के पास लग गयीं। घंटों इतजार के बाद जहां लोग मंदिर के पायेदान पर कदम रख पाये तो धक्कामुक्की का सामना करने के बाद लोगों को भगवान शिव के दर्शन हुए। दूध, दही, खीर, गंगा जल, बेलपत्र, धतूरा, बेल इत्यादि थाल में सजाकर मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं ने पूरी श्रद्धा के साथ भगवान को अर्पण किया। कई बार श्रद्धालु आपस में प्रसाद चढ़ाने को लेकर भिड़ गये। धक्कामुक्की का दौर भी चलता रहा। दूध इत्यादि चढ़ाने के समय हुई धक्कामुक्की में कई श्रद्धालुओं का दूध एक दूसरे के ऊपर फैला। लेकिन इन सभी बातों से श्रद्धालुओं पर शिव दर्शन को लेकर कोई फर्क नजर नहीं आया।
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अपने मन में भगवान के दर्शन की अभिलाषा लिये श्रद्धालु लाइन से हटने को तैयार नहीं दिखे। पुलिस की भारी व्यवस्था भी सड़क से लेकर मंदिर के अंदर तक की गयी थी। चार महिला कांस्टेबिलों को शिवलिंग के निकट तैनात किया गया था। जो महिलाओं को अंदर बाहर करने का काम कर रहीं थीं। धक्कामुक्की में महिला पुलिस की नेमप्लेट इत्यादि भीड़ में टूटकर गिरी। देर शाम तक पान्डेश्वरनाथ मंदिर के अलावा शहर व जनपद के अन्य मंदिरों में भीड़ का जमावड़ा लगा रहने की संभावना जतायी जा रही है।