लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कुंडा में मारे गए डीएसपी जिया उल हक की पत्नी परवीन आजाद ने प्रदेश सरकार का प्रस्तावित डीएसपी रैंक के विशेष कार्याधिकारी कल्याण (ओएसडी वेलफेयर) का पद ठुकरा दिया है। परवीन ने कहा है कि उन्हें डीएसपी से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। सपा सरकार ने यह नया पद सृजित किया था। हक के भाई सोहराब अली को सिपाही वेलफेयर बनाने का प्रस्ताव दिया गया था। परवीन व सोहराब को नियुक्त करने की जानकारी गृह विभाग के एक अधिकारी ने दी थी।
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वहीं कुंडा में मर्डर की केस की जांच करने पहुंची सीबीआई ने पीएसपी के पोस्टमार्टम की सीडी और राजा भैया समेत उनसे जुड़े 23 लोगों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) मांगी है। डीएसपी जिया उल हक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर भी काफी विवाद हुआ था जिसमें उन्हें एक गोली लगने की बात कही गई थी जबकि उनकी पत्नी उन्हें तीन गोलियां लगने का दावा कर रही थीं। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपने उत्तराखंड दौरे से शनिवार को सीधे उत्तर प्रदेश के देवरिया पहुंचे। यहां पर वह मृतक डीएसपी जिया उल हक के परिजनों से मिले और उन्हें सांत्वना दी। राहुल का कहना था कि कांग्रेस परवीन को न्याय दिलाएगी। राहुल ने जिया की कब्र पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी।
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दूसरी ओर, भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ प्रतापगढ़ में हुए जिया उल हक हत्याकांड के आरोपी रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के समर्थन में उतर आए हैं। योगी आदित्यनाथ ने क हा है कि राजा भैया को फंसाने की साजिश की जा रही है और यदि उन्हें गिरफ्तार कि या गया तो उसके विरोध में आंदोलन कि या जायेगा। एक निजी चैनल के साथ शुक्रवार को बातचीत में आदित्यनाथ ने क हा कि घटना की सीबीआई जांच कराकर दोषियों क बचाने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि क्षेत्राधिकारी के साथ हुई घटना महज एक हादसा था। उन्होंने अम्बेडकर नगर में हिंदू युवा वाहिनी के अध्यक्ष रामबाबू गुप्ता की हत्या की निंदा क रते हुए क हा कि रामबाबू गुप्ता को न्याय दिलाने के लिए सड़क से संसद तक आंदोलन कि या जायेगा। यदि जरूरत पड़ी तो अदालत का भी सहारा लिया जायेगा। आदित्यनाथ ने प्रतापगढ़ और अम्बेडकर नगर की दोनों घटनाओं की न्यायिक जांच कराने की मांग की।
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