अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस: प्रदेश के मुकाबले फर्रुखाबाद का महिला अनुपात कम होना चिंताजनक

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urmila rajput2FARRUKHABAD : अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अग्रवाल सभा भवन में एक महिला सम्मेलन का आयोजन पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत के संयोजकत्व व विनीता तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस दौरान विभिन्न संगठनों की महिलाओं ने भागीदारी कर महिलाओं से सम्बंधित समस्यायें रखीं। सम्मेलन में उपजिलाधिकारी भगवानदीन वर्मा के अलावा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पत्नी लल्ली देवी मिश्रा सहित विभिन्न वर्गों की महिलाओं ने ‘‘आवाज दो-हम एक हैं’’ के जोरदार नारे लगाये। इसके साथ ही महिलाओं से सम्बंधित विषयों पर चर्चा की गयी।

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संयोजिका उर्मिला राजपूत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रति एक हजार पुरुषों पर 892 महिलाओं की तुलना में जनपद में मात्र 882 महिलाओं का होना बहुत ही चिंताजनक है। उन्होंने urmila rajput1जनपद में हुई नारी उत्पीड़न की घटानाओं का उल्लेख करते हुए जिला प्रशासन से इस पर शक्ति से पेश आने का अनुरोध किया।

पूर्व विधायक ने जरदोजी, महिला कारीगरों, आलू बीनने वाली महिलाओं, बीड़ी बनाने वाली महिलाओं, एक्सपोर्ट कपड़ा व्यवसाय की हस्तशिल्पियों, सरकारी तथा गैर सरकारी काम में लगी हुई महिलाओं की स्थिति और परिस्थिति सुधारने की भी जिला प्रशासन से मांग रखी। उन्होंने कहा कि इतने अन्तराल के उपरांत भी समान कार्य के लिए समान वेतन का नियम लागू न होना चिंताजनक है।

इस दौरान साध्वी हरिप्रिया ने भी महिला दिवस पर कहा कि वर्तमान मे महिलाओ की जो स्थिति है, उससे भी कई अधिक सजग होने की महिलाओ को आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वैसे बीते २० दशकों से महिलाओ में जागरूकता और जुझारूपन का जो उदय हुआ है वह किसी से छिपा नहीं। महिलायें आज पुरुषों से कंधा मिलाकर चल रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओ को अपने अधिकारों के प्रति भी सजग होने की जरूरत है।

इस दौरान पुष्पा सूद, अफरोज यूसुफ, पूर्णिता राठौर, सुमन राठौर, मीरा सिंह, लल्ली देवी मिश्रा, उर्मिला राजपूत, जमुर्रत बेगम, ऊषा शाक्य ने भी अपने विचार व्यक्त किये।